वाराणसी, भदैनी मिरर। महाकुंभ (Mahakumbh- 2025) में आने वाले भक्तों की भीड़ को देखते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास (Shri Kashi Vishwanath Temple Trust) की ओर से शनिवार को नया आरती- भोग का शेड्यूल (Schedule) जारी कर दिया गया है. भगवान के सप्तऋषि और श्रृंगार-भोग आरती में बदलाव किया गया है. महाशिवरात्रि (Mahashivaratri) पर बाबा भक्तों संग रात्रि जागरण करेंगे. उस दिन बाबा के कपाट नहीं बंद होंगे. रात्रि 11 बजे से अगले दिन सुबह साढ़े छह बजे तक चार पहर की आरती होगी. महाशिवरात्रि के अगले दिन मंगला आरती भी नहीं होगी.
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से जारी शेड्यूल के अनुसार बाबा विश्वनाथ को मंगला आरती अब भोर में 2:45 बजे से 3:45 बजे तक होगी. वहीं, महाशिवरात्रि पर बाबा की मंगला आरती 2:15 बजे से 3:15 बजे तक होगी. मध्याहन भोग आरती 11:35 बजे से 12:15 बजे तक होगी. बाबा की सप्तऋऋषि आरती शाम को सात बजे से आठ बजे तक, महाशिवरात्रि पर सप्तऋषि आरती नहीं होगी और पूर्णिमा पर शाम को 6:15 बजे से 7:15 बजे तक होगी. श्रृंगार-भोग आरती रात में 8:45 बजे से 9:45 बजे तक होगी. सोमवार को रात्रि में नौ बजे से 10 बजे और पूर्णिमा पर रात्रि में आठ बजे से नौ बजे तक होगी. महाशिवरात्रि पर श्रृंगार-भोग आरती नहीं होगी. शयन आरती रात्रि में 10:30 बजे से 11 बजे तक होगी. सोमवार को शयन आरती रात्रि में 10:45 बजे से 11:15 बजे तक होगी.
बता दें, मंदिर के पट महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी को खुलेगा तो सीधे 27 फरवरी की रात शयन आरती के बाद बंद होंगे. महाशिवरात्रि की रात्रि में होने वाली चार पहर की आरती में बाबा के विवाह की रस्में (Marriage Rituals) निभाई जाएंगी. पहले पहर की आरती में द्वारपूजा तो चौथे पहर की आरती में विदाई की रस्में होंगी.