8 सेमी प्रति घंटा से घट रही गंगा चेतानावी बिंदू से भी नीचे आया जलस्तर, अस्सी घाट पर शुरु हुई सफाई...

गंगा के जलस्तर में निरंतर घटाव जारी है. गंगा के जलस्तर में तेजी से हो रहे घटाव के बाद तटवर्ती इलाकों पर रहने वाले लोगों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है.

8 सेमी प्रति घंटा से घट रही गंगा चेतानावी बिंदू से भी नीचे आया जलस्तर, अस्सी घाट पर शुरु हुई सफाई...

वाराणसी, भदैनी मिरर। गंगा के जलस्तर में निरंतर घटाव जारी है. गंगा के जलस्तर में तेजी से हो रहे घटाव के बाद तटवर्ती इलाकों पर रहने वाले लोगों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है. केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक खतरे के निशान के बाद अब गंगा चेतावनी बिंदू से भी नीचे 69.90 मीटर पर बह रही है, जबकि चेतावनी बिंदू 70.262 मीटर है. गंगा के जलस्तर में 8 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से कमी दर्ज की गई है. 

अस्सी घाट स्थित दुकानदारों ने अब गंगा का मलवा भी मोटर मशीन लगाकर साफ करना शुरु कर दिया है. जनता को आस जगने लगा है की ऐसे ही रहा तो सप्ताह भर के भीतर जनजीवन सामान्य रुप से पटरी पर लौट आएगा. तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोग अपने रिश्तेदार, दोस्त या फिर बाढ़ राहत शिविरों में शरण लिए हुए है. उधर पानी कम होने के साथ ही मकानों में चोरी होने का खतरा भी मंडराने लगा है. पुलिस कमिश्नर ने काशी और वरुणा जोन के सभी थानेदारों को सख्त निर्देश दिए है की वह अपने अपने क्षेत्रों के बाढ़ प्रभावित इलाकों में रात्रि गश्त बढ़ा दें. 

उधर, धीरे धीरे जिन क्षेत्रों में बाढ़ का पानी कम होने लगा है वहां संक्रमित बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है. वाराणसी स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि संक्रामक रोगों से बचाव को लेकर  कार्रवाई तेज कर दी गई है. मुख्य चिकित्साधिकारी संदीप चौधरी का कहना है की बाढ़ प्रभावित रहे इलाकों में एंटी लार्वा का छिड़काव के साथ ही फागिंग शुरु करा दी गई है. मच्छरजनित बीमारियों को रोकने को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. स्वास्थ्य विभाग ने एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए डूडा से 15 कर्मियों को माँगा है, जो विभिन्न इलाकों में एंटी लार्वा का छिड़काव कर रहे हैं.