बोले CP मां गंगा आरती हर हाल में रहेगी अखंड, एडिशनल CP बनाएंगे समन्वय...
घाट पर आयोजित गंगा आरती में पुलिस हस्तक्षेप को लेकर शुरु हुए विवाद का निष्कर्ष निकल गया है. पुलिस कमिश्नर ने आरती समितियों के सदस्यों संग बैठक कर दो टूक शब्दों में कह दिया की सनातन परंपराएं अक्षुण्ण रहेंगी.
वाराणसी,भदैनी मिरर। घाट पर आयोजित गंगा आरती में पुलिस हस्तक्षेप को लेकर शुरु हुए विवाद का निष्कर्ष निकल गया है. पुलिस कमिश्नर ने आरती समितियों के सदस्यों संग बैठक कर दो टूक शब्दों में कह दिया की सनातन परंपराएं अक्षुण्ण रहेंगी. घाटों पर आरती खास तौर पर बाढ़ के समय में आरती के दौरान होने वाली भीड़ में यदि कोई दुर्घटना होती है समस्या होगी. इसलिए गंगा घाटों पर आरती में दिक्कत न हो इसलिए सुरक्षा एवं सुगमता का संतुलन संवाद से स्थापित किया जाएगा. उन्होंने कहाकि मां गंगा की आरती का महत्व दुनिया में है.
पुलिस कमिश्नर ने अपर पुलिस आयुक्त संतोष सिंह को नामित करते हुए कहा की भीड़़, बाढ़ और अन्य परिस्थिति में सुरक्षा व्यवस्था करने व अन्य बिंदुओं पर चर्चा कर प्रस्ताव तैयार किया जाए. सीपी ने खुद कहा की परम्परागत आरती आस्था व आकर्षण का केंद्र है. इसे देखने देश दुनिया से लोग आते हैं. इस मौके पर गंगा आरती से जुड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने पुलिस कमिश्नर ए संतीश गणेश से कहा के मां गंगा की आरती का परम्परागत स्वरूप बना रहना चाहिए.
बैठक में गंगा सेवा निधि के संरक्षक श्यामलाल सिंह, केंद्रीय देव दीपावली समिति के अध्यक्ष बागीश दत्त मिश्रा, गंगोत्री सेवा समिति के अध्यक्ष किशोरी रमण दुबे, गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा, पत्रकार अरूण मिश्रा, वाराणसी विकास समिति सचिव राजेन्द्र दुबे, गंगा सेवा निधि के वरिष्ठ पदाधिकारी सरस सोनकर, कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी, सचिव हनुमान यादव आदि रहे। गौरतलब है कि पिछले दिनों दशाश्वमेध पुलिस आयुक्त ने बाढ़ के दृष्टिगत सुरक्षा सम्बंधी कारणों से आरती का दायरा सीमित रखने सम्बंधी पत्र समितियों को भेजा था। इस पर गंगा आरती से जुड़ी सभी समितियों ने बैठक कर आपत्ति जताई थी। इसके बाद पुलिस कमिश्नर के साथ बात हुई है।