वाराणसी: ट्रेन में आग लगने और यात्रियों के चोटिल होने की सूचना पर राहत कार्य में जुटा विभाग, मॉकड्रिल में परखी तत्परता

वाराणसी मंडल के संरक्षा विभाग और NDRF की 11वीं बटालियन के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को बनारस कोचिंग डिपो यार्ड में फुल स्केल मॉकड्रिल किया गया.

वाराणसी: ट्रेन में आग लगने और यात्रियों के चोटिल होने की सूचना पर राहत कार्य में जुटा विभाग, मॉकड्रिल में परखी तत्परता

वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी मंडल के संरक्षा विभाग और NDRF की 11वीं बटालियन के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को बनारस कोचिंग डिपो यार्ड में फुल स्केल मॉकड्रिल किया गया. इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में रेलवे कर्मचारियों और बचाव दल की तत्परता को परखना था.

सुबह 11:27 बजे नियंत्रण कक्ष से सूचना मिली कि गाड़ी संख्या MDB स्पेशल का एक कोच बनारस और वाराणसी जं. के बीच डिरेल हो गया और एक स्लीपर कोच में आग लग गई. इस मॉकड्रिल में 9 यात्रियों के घायल होने की सूचना जारी की गई, जिसके बाद तुरंत रेलवे के ART, ARME, और अन्य संबंधित अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे.

NDRF, फायर ब्रिगेड, जिला प्रशासन, और लोकल पुलिस ने भी राहत और बचाव कार्यों में हिस्सा लिया. दुर्घटना मैनुअल के दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी एजेंसियों ने अपनी जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया, जिससे यह मॉकड्रिल पूर्ण रूप से सफल रहा.

मॉकड्रिल में सायरन के माध्यम से सूचना प्रसारित की गई, मेन लाइन ब्लॉक के कारण गाड़ियों के मार्ग परिवर्तन की सूचना दी गई, और हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए. आग बुझाने से लेकर घायलों को प्राथमिक उपचार देने और यात्रियों को सुरक्षित निकालने तक की प्रक्रियाएं निभाई गईं. दुर्घटना के बाद सामान्य रेल संचालन को बहाल करने के लिए तकनीकी उपकरणों का भी इस्तेमाल किया गया.

मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव ने मॉकड्रिल की समीक्षा के दौरान बताया कि इस अभ्यास के तहत 6 गंभीर रूप से घायल यात्रियों को अस्पताल भेजा गया, जबकि 3 यात्रियों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. उन्होंने राहत और बचाव कार्यों में शामिल सभी टीमों की सराहना की और भविष्य में ऐसी आपातकालीन स्थितियों में और भी अधिक सतर्कता के साथ कार्य करने की उम्मीद जताई.