IMS-BHU : आयुर्वेद संकाय में साइबर अपराधों से बचाव पर कार्यशाला का आयोजन, लोगों को किया गया जागरूक

साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे को देखते हुए, कमिश्नरेट वाराणसी की साइबर अपराध सेल ने IMS-BHU के आयुर्वेद संकाय में एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया

IMS-BHU : आयुर्वेद संकाय में साइबर अपराधों से बचाव पर कार्यशाला का आयोजन, लोगों को किया गया जागरूक

वाराणसी, भदैनी मिरर। साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे को देखते हुए, कमिश्नरेट वाराणसी की साइबर अपराध सेल ने IMS-BHU के आयुर्वेद संकाय में एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया.इस कार्यक्रम का आयोजन पुलिस आयुक्त के निर्देशन और पुलिस उपायुक्त मु. एवं अपराध के पर्यवेक्षण में किया गया. 

अपर पुलिस उपायुक्त (जोन-वरुणा) सरवणन टी. इस कार्यशाला के मुख्य वक्ता रहे, जिन्होंने साइबर अपराधों की बढ़ती चुनौतियों और उनसे बचाव के तरीकों पर विस्तृत जानकारी दी.

कार्यशाला में IMS, BHU के प्रोफेसर पी. के. गोस्वामी (डीन, आयुर्वेद संकाय), प्रोफेसर चंद्र शेखर पांडे, डॉ. रोहित शर्मा, डॉ. देवनंद उपाध्याय के साथ-साथ साइबर सेल के अधिकारी भी उपस्थित थे. साइबर सेल के अधिकारी उ.नि. कृष्ण कुमार जायसवाल, आ. विराट सिंह, और आ. रोहित तिवारी ने प्रतिभागियों को साइबर अपराधों के प्रति सतर्क रहने और साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय बताए.

साइबर अपराध से बचाव के लिए दिए गए महत्वपूर्ण

1. ब्लैकमेलिंग कॉल से सावधान रहें: डिजिटल अरेस्ट या सरकारी एजेंसियों के नाम से आने वाले फर्जी कॉल और संदेशों से सतर्क रहें.

2. बैंकिंग सुरक्षा : कभी भी अपने बैंक की संवेदनशील जानकारी जैसे OTP, पिन, या CVV किसी के साथ साझा न करें। अनधिकृत अंतर्राष्ट्रीय लेन-देन से बचने के लिए अपने कार्ड को सुरक्षित रखें.

3. स्क्रीन शेयरिंग ऐप्स से बचे: AnyDesk, Quick Support, या TeamViewer जैसे ऐप्स किसी के कहने पर अपने फोन में न इंस्टॉल करें और अंजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।

4. फर्जी कस्टमर केयर नंबरों पर विश्वास न करें: गूगल सर्च पर उपलब्ध कस्टमर केयर नम्बरों की पहले पुष्टि करें।

5. सतर्कता से ऑनलाइन लेन-देन करें: OLX, Quikr, Facebook (Meta) जैसी साइट्स पर लेन-देन करने से पहले वस्तु का भौतिक सत्यापन जरूर करें।

6. साइबर फ्रॉड की शिकायत करें: यदि आप साइबर अपराध के शिकार होते हैं, तो तुरंत 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें

बता दें कि, यह कार्यक्रम साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। इसमें भाग लेने वालों को साइबर सुरक्षा के महत्व और सतर्क रहने के विभिन्न उपायों की जानकारी दी गई.