सामूहिक आत्महत्या करने वाले चारों की हरिश्चंद्र घाट पर हुई अंत्येष्टि, सुसाइड नोट के आधार पर दर्ज है मुकदमा...

देवनाथपुरा के कैलाश भवन में सामूहिक आत्महत्या करने वाले एक ही परिवार के चारों की शनिवार रात हरिश्चंद्र घाट पर अंत्येष्टि कर दी गई है.

सामूहिक आत्महत्या करने वाले चारों की हरिश्चंद्र घाट पर हुई अंत्येष्टि, सुसाइड नोट के आधार पर दर्ज है मुकदमा...

वाराणसी, भदैनी मिरर। देवनाथपुरा (दशाश्वमेध) स्थित आंध्रा आश्रम के कैलाश भवन में हुए सामूहिक आत्महत्या करने वाले परिवार के चारों लोगों का पोस्टमार्टम शनिवार को हो गया. अंतिम समय उनका कोई भी अपना साथ न था. आश्रम के मैनेजर सुंदरम शास्त्री ने हरिश्चंद्र घाट पर रीति-रिवाज उनकी अंत्योष्टि भी करवा दी. इसके साथ ही पुलिस की एक टीम आरोपियों की गिरफ्तारी करने आंध्र प्रदेश रवाना हो गई है.

बता दें कि कैलाश भवन में ईस्ट गोदावरी (आंध्र प्रदेश) के मंडापेटा के धर्मागुड़म स्ट्रीट के कोंडा बाबू (50), उनकी पत्नी लावन्या (45), बेटे जी. राजेश (25) और जयराज (23) ने फांसी लगाकर सामूहिक खुदकुशी कर ली थी. पुलिस ने हैदराबाद निवासी कोंडा बाबू की बहन लक्ष्मी उर्फ पद्मा से संपर्क किया था लेकिन उसने बीमारी और पति के हादसे में जख्मी होने के कारण आने में असमर्थता जाहिर की थी. देवनाथपुरा चौकी इंचार्ज संजय यादव की तहरीर के आधार पर आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी के मंडापेटा निवासी पेंटगटला प्रसाद और उसके सहयोगियों तपेश्वर निवासी महिला रामिरेड्डी वीर लक्ष्मी, मल्ली बाबू के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और धमकाने के आरोप में केस दर्ज कर किया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तारपिन का तेल पीने के बाद फांसी पर लटकने की बात सामने आई है. चारों का विसरा भी सुरक्षित रखा गया है.

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बताया जा रहा है की आरोपियों में मंडापेट निवासी पेंटगटला प्रसाद का दुर्गा दिव्य श्री आटो कन्स्लटेन्सी सेंटर है. जबकि महिला रामिरेड्डी वीर लक्ष्मी इसी के यहां काम करती है. तीसरा आरोपी तपेश्वर के मल्ली बाबू की मिठाई की दुकान है. वह राजनीतिक पहुंच वाला व्यक्ति है.