ब्रेन हेमरेज से संघर्ष कर रहे युवा पत्रकार की गई जान, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़...

ब्रेन हेमरेज से जूझ रहे युवा पत्रकार पुरुषोत्तम सिंह का न्यूरो सिटी हॉस्पिटल में उपचार के दौरान निधन हो गया है.

ब्रेन हेमरेज से संघर्ष कर रहे युवा पत्रकार की गई जान, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़...

वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी के युवा और जुझारु पत्रकार पुरुषोत्तम सिंह का रविवार को सिटी न्यूरो हॉस्पिटल में निधन हो गया. सूचना मिलते ही पत्रकारों में शोक की लहर दौड़ गई. चंदौली के मूल निवासी पुरुषोत्तम वाराणसी के पांडेयपुर में रहकर पत्रकारिता से अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे. पुरुषोत्तम के निधन से परिवार पर दुख का पहाड़ टूट गया है.

अपनी बिटिया के साथ पत्रकार पुरुषोत्तम सिंह

न्यूज ट्रैक के लिए काम करने वाले पुरुषोत्तम पत्रकारों के बीच मधुर स्वभाव के लिए जाने जाते थे. वह लखनऊ और हैदराबाद में भी ईटीवी से जुड़कर सेवा दे चुके है. उसके पूर्व वह लखनऊ से प्रकाशित एक अखबार से जुड़े रहे. पुरुषोत्तम ने परिवार को साथ लेकर पत्रकार रहीं नीतू सिंह से दांपत्य जीवन में बंधे और उन्हे एक तीन साल की बिटिया भी है. घटना के बाद नीतू सिंह के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा, तो वहीं मासूम बच्ची के सिर से पिता का साया उठने के बाद किसी के पास ढांढस बंधाने के लिए शब्द नहीं है.

बता दें, पुरुषोत्तम सिंह को 23 नवंबर की रात ब्रेन हेमरेज हुआ था. उन्हे परिजनों ने अत्यंत गम्भीर स्थिति में मकबूल आलम रोड स्थित शुभम अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें परिजनों ने 25 नवंबर को शुभम हॉस्पिटल से एयर एंबुलेंस के द्वारा दिल्ली स्थित निजी अस्पताल ले गए. जहां स्थिति अतिनाजुक होने से परिजनों ने 5 दिसंबर को पुनः उन्हे वाराणसी के पंचक्रोशी रोड स्थित न्यूरो सिटी हॉस्पिटल ले आए.

पुरुषोत्तम सिंह की गंभीर स्थिति को देखते हुए वाराणसी के पत्रकारों, समाजसेवी, पुलिसकर्मियों ने परिजनों को आर्थिक मदद पहुंचाई. लगातार चिकित्सकों के प्रयास और परिजनों की दुआओं के बाबजूद पुरूषोतम ने आज 10 दिसंबर को इस दुनिया को अलविदा कह गए है. पुरुषोत्तम के निधन की खबर मिलते ही पत्रकारों के शोक है. भदैनी मिरर परिवार युवा और जुझारू पत्रकार साथी पुरुषोत्तम सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करता है.