देवनाथपुरा के धर्मशाला में सामूहिक आत्महत्या मामले में दुकानदार सहित तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज, सुसाइड नोट में यह था आरोप...

देवनाथपुरा के कैलाश भवन में गुरुवार को हुए सामूहिक आत्महत्या मामले में दुकानदार सहित तीन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.

देवनाथपुरा के धर्मशाला में सामूहिक आत्महत्या मामले में दुकानदार सहित तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज, सुसाइड नोट में यह था आरोप...

वाराणसी, भदैनी मिरर। देवनाथपुरा के कैलाश भवन में एक ही परिवार के चार लोगों के सामूहिक आत्महत्या मामले में पुलिस ने दुकानदार सहित तीन के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और धमकाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस ने मृतकों के कमरे से मिले सुसाइड नोट के आधार पर देवनाथपुरा चौकी प्रभारी संजय यादव की तहरीर पर कार्रवाई की है. प्रकरण में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम ईस्ट गोदावरी जाकर आरोपियों की गिरफ्तारी करेगी.

मूल खबर पढ़े: #Video: वाराणसी में आंध्र प्रदेश के चार लोगों ने की आत्महत्या, पुलिस को मिला सुसाइड नोट...

आध्रप्रदेश के ईस्ट गोदावरी के कोंडा बाबू, उनकी पत्नी लावण्या, पुत्र जी. राजेश और जयराज का शव गुरुवार को एक ही कमरे में फंदे पर लटकती मिली थी. कमरे से पुलिस को मिले सुसाइट नोट के मुताबिक मंडापेट निवासी आरोपी पेंटगतला प्रसाद का ऑटोमोबाइल सेंटर है, जहां कोंडा बाबू का बड़ा बेटा जी. राजेश काम करता था. घर के जरूरी काम से जी राजेश ने पेंटगतला प्रसाद से छह लाख रुपये लिये थे. उधार देते समय पेंटगतला प्रसाद ने जी. राजेश समेत कोंडा बाबू, लावण्या और जयराज से सादे कागज पर हस्ताक्षर कराया. साथ ही एक सादे बंधपत्र हस्ताक्षर करा लिए. जी राजेश ने करीब पांच लाख रुपये लौटा भी दिए थे. इसके बाद पेंटगतला प्रसाद 20 लाख रुपये मांगने लगा. कहा कागज पर लिखा है कि 20 लाख रुपए कर्ज लिये थे. 20 लाख लौटाने का दबाव बनाने लगे.

शिकायत करने पर देता था धमकी

सुसाइड नोट में मृतकों ने लिखा है की जब जी. राजेश या उसके घर के लोग पुलिस के पास जाने के लिए कहते, तब पेंटगतला प्रसाद अपने दो साथियों के जरिए जान से मारने की धमकी दिलवाता था. लाचार परिवार प्रताड़ना झेलते झेलते अचानक बिना किसी को बताए कपड़े, जरूरी सामान और जमापूंजी लेकर घर से निकल गया था. पुलिस अब केस दर्ज करने के बाद शनिवार को पोस्टमार्टम कराएगी.