नगर निगम को जर्जर मकानों पर कार्रवाई के लिए तीन दिन की मोहलत, DM बोले जोनल अधिकारियों की होगी जिम्मेदारी तय...
वाराणसी,भदैनी मिरर। श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के भीतर जर्जर मकान के गिरने से हुई दुर्घटना के बाद पूरे शहर की चिंता करते हुए पिछले दिनों डीएम कौशलराज शर्मा ने रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन नगर निगम द्वारा जर्जर मकानों के संबंध में सूचना न दिए जाने पर डीएम ने पुनः नगर आयुक्त को एक सप्ताह के बाद पत्र लिखा है। डीएम ने एक जून को पत्र लिखा था और वाराणसी महानगर के जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही एक सप्ताह के अन्दर पूर्ण कराने और दो दिन के भीतर जोनवार तकनीकी नोटिस देकर सूची उपलब्ध कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया है।
डीएम ने पत्र में लिखा है कि एक सप्ताह का समय व्यतीत हो जाने के बाद अभी तक कितने भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की गयी है, उसकी सूचना उपलब्ध नहीं कराई गई है और न ही जोनवार भवनों के नोटिस दिये जाने के सम्बन्ध में ही कोई सूचना उपलब्ध कराई गई है, जबकि दो दिन का समय व्यतीत हो चुका है।
जिलाधिकारी ने अपने पत्रानुसार नगर आयुक्त को वाराणसी शहर में जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही एवं नोटिस दिये जाने से सम्बन्धित कार्यवाही पूर्ण कराकर तीन में रिपोर्ट उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया है। उन्होंने कहा है कि चूँकि मानसून का सत्र आ चुका है, इस बीच यदि कोई दुर्घटना होती है तो सम्बन्धित जोनल अधिकारी की जिम्मेदारी निर्धारित कर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने नगर आयुक्त को व्यक्तिगत रूचि लेकर कार्यवाही शीर्ष प्राथमिकता पर पूर्ण करायें जाने पर विशेष जोर दिया है, ताकि भविष्य में कोई दुर्घटना न हो सके।
जिलाधिकारी ने इसके अलावा गिराये जाने वाले जर्जर भवनों की संख्या, कितने जर्जर भवन गिरा दिये गये व कितने जर्जर भवन गिराये जाने अवशेष है के सम्बन्ध में सूचना तीन दिन के अंदर उपलब्ध कराने के साथ ही जोनल अधिकारियों व अभियंताओं जिनके द्वारा निर्देशों का अनुपालन नहीं किया जा रहा है, उनका उत्तरदायित्व भी निर्धारित करें।