शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने गंगा पूजन कर चढ़ाया छप्पन भोग, बोले - गंगा में डुबकी लगाने से 101 पीढियां तर जाती है...
ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्री अविमुकेश्वरानंद सरस्वती ने रविवार को केदारघाट पर मां गंगा की षोडशोपचार पूजन,आरती कर उन्हें छप्पन भोग समर्पित किया।
वाराणसी,भदैनी मिरर। ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्री अविमुकेश्वरानंद सरस्वती ने रविवार को केदारघाट पर मां गंगा की षोडशोपचार पूजन,आरती कर उन्हें छप्पन भोग समर्पित किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ वैदिक विद्वान आचार्य धनंजय दातार, पं दीपेश दुबे, पं अभिषेक दुबे, पं किरण कुमार शास्त्री आदि विद्वानों ने वैदिक मंत्रों से मां गंगा का षोडशोपचार पूजा सम्पन्न कराया। पूजन आरती के बाद उपस्थित जन समुदाय को आशीर्वचन प्रदान करते हुए शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि जब व्यक्ति मन मे भगवती गंगा का स्मरण करता है तो पाप उससे दूर हट जाते हैं और जब व्यक्ति भगवती गंगा का जल अपने ऊपर छिड़कता है या गंगा में डुबकी लगाता है तो उसकी 101 पीढियां तर जाती हैं। हम सबका सौभाग्य है कि भगवती गंगा का सानिध्य व कृपा प्राप्त हो रहा है।
उन्होंने कहा भगवती गंगा ने ब्रम्हा जी से कहा था कि जिस दिन धरती पर लोगो की आस्था हमसे समाप्त हो जायेगी उसी दिन हम स्वर्ग गमन कर जायेंगे। भगवती गंगा हमलोगों के मध्य चिरकाल तक रहें इसके लिए हमलोगों को निरंतर भगवती की पूजन कर उनके प्रति श्रद्धा निवेदित करनी होगी। कार्यक्रम का समापन पंडित कृष्ण कुमार तिवारी के भवपूर्ण भजन से हुआ।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सर्वश्री ब्रम्हचारी मुकुंदानंद, साध्वी पूर्णम्बा, साध्वी शारदम्बा, शैलेन्द्र योगी, केंद्रीय ब्राम्हण महासभा प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा आदि लोग प्रमुख रूप से सम्मलित थे।