बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मंत्री नीलकण्ठ तिवारी ने लिया जायजा, पीड़ितों को हर सम्भव मदद दिलाने का दिया भरोसा...

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मंत्री नीलकण्ठ तिवारी ने लिया जायजा, पीड़ितों को हर सम्भव मदद दिलाने का दिया भरोसा...

वाराणसी। गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ाव जारी है। गंगा का पानी अब चेतावनी बिंदु को पार कर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। वहीं लगातार गंगा में बढ़ोतरी होने के कारण तटीय क्षेत्रों में रहने वालों के घरों में भी बाढ़ का पानी घुस है। लोग अपना जरूरी सामान लेकर घरों से दूसरे क्षेत्रों की ओर पलायन करने लगे हैं। वहीं लोगों की सुरक्षा के लिए लगातर पुलिस प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम नाव से चक्रमण कर रही है। वही शनिवार को उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 नीलकंठ तिवारी ने भी  एनडीआरएफ के साथ नाव से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र कोनिया, सरैया, राजघाट सहित आसपास के स्थानों पर लगभग 3 घंटे तक भ्रमण कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ एनडीआरएफ व जिला प्रशासन के अधिकारी प्रमुख रूप से मौजूद रहे। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित जिन क्षेत्रों के घरों में पानी भर गए हैं उनमें रह रहे लोगों को तत्काल राहत कैंपों में पहुंचाया जाए।

 मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने भ्रमण के दौरान बाढ़ प्रभावित लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा के इस घड़ी में शासन-प्रशासन उनके साथ खड़ी है और इनको हर स्तर पर मदद दिया जाएगा। उन्होंने लोगों को परेशानी के इस दौर में कतई न घबराने का भरोसा दिया। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों के साथ ही जिलाधिकारी को फोन पर कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर प्रवास की व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाए। संबंधित क्षेत्र के राहत कैंपों को तत्काल क्रियाशील किया जाय। बाढ़ चौकियों को 24 घंटा संचालित किया जाए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारी/कर्मचारी 24 घंटे मुस्तैद रहें और जरूरतमंदों का शासन की मंशा एवं निर्देशानुसार हर संभव मदद पहुंचाई जाए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों को राहत सामग्री तत्काल उपलब्ध कराए जाने का भी निर्देश दिया। 

इसके साथ ही उन्होंने एनडीआरएफ के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे बढ़ते जल स्तर पर सतत निगरानी रखें और इससे प्रभावित क्षेत्रों की रेकी करते रहे। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों को उनकी आवश्यकता के अनुसार चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराए जाने हेतु डॉक्टरों की टीम आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ अपने-अपने क्षेत्र में मौजूद रहे। इसके अलावा उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिन क्षेत्रों में बाढ़ का पानी भर गया है उन क्षेत्रों में समुचित साफ-सफाई के साथ आवश्यक दवाओं का छिड़काव सुनिश्चित किया जाए। जिससे किसी भी प्रकार की बीमारी न फैलने पाए। इसमें किसी भी प्रकार की कोई कोताही अथवा लापरवाही कतई न बरती जाए। 

मंत्री ने आवश्यकतानुसार नावों का अतिरिक्त व्यवस्था भी किए जाने पर विशेष जोर दिया। निरीक्षण के दौरान मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने कई स्थानों पर एनडीआरएफ के नाव से उतरकर पानी भरे गलियों में बामुश्किल घुस-घुस कर स्थिति का जायजा लिया और मौके पर लोगों को भरोसा दिया कि शासन-प्रशासन उनके साथ है और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी तथा हर सहयोग एवं मदद दी जाएगी। भ्रमण के दौरान मण्डल अध्यक्ष नलिन नयन मिश्र, पार्षद शिव प्रकाश मौर्य, पार्षद विजय सोनकर, बबलू सेठ, तहसीलदार सदर, जोनल अधिकारी, लेखपाल समेत अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।