पंडित छन्नूलाल की बेटी के मौत मामले में मेडविन अस्पताल को क्लीनचिट, परिजन बोले न्याय के लिए सीएम से मिलकर बताएंगे हकीकत...
वाराणसी, भदैनी मिरर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक पद्म विभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्रा की बेटी की मौत मामले में गठित पांच सदस्यीय मेडिकल टीम ने मेडविन अस्पताल को क्लीनचिट दे दिया है। टीम ने इलाज में लापरवाही का कोई सुबूत नहीं पाया है और इलाज में ज्यादा वसूली की शिकायत को भी खारिज किया गया है। इस अस्पताल पर छन्नूलाल मिश्रा और उनकी बेटी लगातार लापरवाही का आरोप लगा रहीं थीं। अपनी जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम ने सीएमओ के माध्यम से जिलाधिकारी को सौंप दी है, जिसकी एक प्रति छन्नूलाल मिश्र को भी दे दी गईं है। जांच रिपोर्ट के बाद पंडित छन्नूलाल मिश्र की छोटी बेटी डॉ. नम्रता मिश्रा ने कहा कि जिसका शंका था वही हुआ, हम जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है और इस मामलें को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे।
इधर, मामले में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि आमतौर पर 3 सदस्य की जांच टीम इस तरह के मामले में जांच करती है लेकिन इस प्रकरण में 5 डॉक्टरों की टीम ने जांच की। इसमें प्रोटोकाल के तहत इलाज होना पाया गया। कहीं लापरवाही नहीं मिली है। जिलाधिकारी ने बताया कि क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के तहत जांच की करने के बाद अस्पताल को फिलहाल दोषी नहीं पाया गया है और इसकी प्रति भी पंडित छन्नूलाल मिश्र को उपलब्ध करा दी गई है। जिलाधिकारी ने बताया कि जांच की रिपोर्ट की एक कॉपी पुलिस कमिश्नर को भी दी गई है।
उधर, मेडिकल बोर्ड की जांच में संगीता मिश्रा के इलाज के लिए 1.5 लाख रुपये जमा किए गए थे। इलाज में 1 लाख 48 हजार खर्च हुआ है। दो हजार रुपये बचे हैं। वहीं छन्नूलाल मिश्र की छोटी बेटी नम्रता मिश्रा ने कहा कि जिला प्रशासन ने मामले की जो जांच रिपोर्ट दी है, उससे हम संतुष्ट नहीं हैं। न्याय के लिए मुख्यमंत्री से मुलाकात कर हकीकत बताएंगे।
(इनपुट- अमर उजाला)