पेशी पर बनारस आये बाहुबली विधायक विजय मिश्रा ने सरकार को सुनाई खरी-खोटी, बोले फर्जी केस लादकर किया जा रहा परेशान...

Bahubali MLA Vijay Mishra who came to Banaras on muscle told the government a lotपेशी पर बनारस आये बाहुबली विधायक विजय मिश्रा ने सरकार को सुनाई खरी-खोटी, बोले फर्जी केस लादकर किया जा रहा परेशान...

पेशी पर बनारस आये बाहुबली विधायक विजय मिश्रा ने सरकार को सुनाई खरी-खोटी, बोले फर्जी केस लादकर किया जा रहा परेशान...

वाराणसी,भदैनी मिरर। भदोही के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को जैतपुरा में दर्ज एक मुकदमें में आगरा जेल से लाकर कोर्ट में पेश किया गया। अधिवक्ता विवेक शंकर तिवारी माइकल के अनुसार विजय मिश्रा की रिमांड बना दी गयी है। इस मुकदमें में विजय मिश्रा को औपचारिक मुल्ज़िम बना दिया गया है। 


वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक शंकर तिवारी ने कहा कि प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) के मुताबिक आर्केस्ट्रा डांसर ने विजय मिश्रा पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाया था, उसके बाद उसी ने यह आरोप लगाया कि विजय मिश्रा के उकसाने पर उनके बेटी-दामाद ने मुकदमा वापस लेने के लिए उसे धमकाया। अधिवक्ता विवेक शंकर तिवारी ने कहा कि यह मुकदमा राजनैतिक प्रतिद्वंदियों ने आर्केस्ट्रा डांसर को मोहरा बनाकर लिखवाया है। क्योंकि एफआईआर में घटना का समय और तारीख का जिक्र नहीं है, जबकि जिनके ऊपर आरोप लगाए गये है वह सभी शहर से बाहर रहते है, उन्होने यह भी कहा कि इस मुकदमें में गवाह कोई आसपास का व्यक्ति भी नहीं है।


बाहुबली विधायक विजय मिश्रा मीडिया के सामने सरकार को जमकर सुनाया। कहा कि सरकार से पूछिए मैं चुनाव लडू या नहीं। अब तक 11-12 फर्जी मुकदमें लादे गए है। मेरी बेटियां और दामाद कोई दिल्ली है, बैंगलूर और मुंबई हैं सबको फ़र्ज़ी केसों में फसाया जा रहा है। न दिन है, न तारीख़ है, न घटना है और न ही कोई गवाह है। इसीलिए कमिश्नरेट बनाया गया है। यही ज़ीरो टॉलरेंस और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार है। यही भय मुक्त समाज है कि किसी का बेटी दामाद न रहने पाएं। इतनी गिरी हुई और निकम्मी सरकार है यह। बस सरकार से अनुरोध है कि वह मुझे और मेरे परिवार को परेशान न करें।

राम किसी के एजेंट नहीं

विजय मिश्रा ने कहा कि जिसे कोई नहीं मार सकता उसे ब्राह्मण का श्राप मार देता है ये सभी पुराणों में हैं। उन्होंने कहा कि श्री राम क्षत्रिय नहीं थे और राम किसी के एजेंट भी नहीं हैं। वो विष्णु रूप हैं और ब्राह्मण हैं।