प्लास्टिक के झंडे का उपयोग न करने की दिलाई शपथ, यह की अपील...

राष्ट्रीय पर्वों के बाद इधर-उधर पड़े तिरंगे से आहत सामाजिक संस्था ने प्लास्टिक के झंडे का बहिष्कार कर कागज से बने झंडे के उपयोग की अपील की। साथ ही उसे सुरक्षित स्थान पर ही रखने का ही अनुरोध किया है।

प्लास्टिक के झंडे का उपयोग न करने की दिलाई शपथ, यह की अपील...

वाराणसी, भदैनी मिरर। आगामी गणतंत्र दिवस को लेकर सामाजिक संस्था अब आगे आने लगी है। पर्यावरण के लिए अभिशाप बने प्लास्टिक के खिलाफ जागरुकता अभियान चलाते हुए सुबह-ए-बनारस क्लब के लोगों ने हरिश्चन्द्र बालिका इंटरमीडिएट में लोगों को  प्लास्टिक के बने झंडे का इस्तेमाल न करने की शपथ दिलाई।
  

कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. प्रियंका तिवारी व समाजसेविका ज्योति झा के नेतृत्व में मैदागिन स्थित श्री हरिश्चंद्र बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज के परिसर में सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा के नारों के साथ छात्राओ के बीच कागज के बने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा झंडा बांटकर प्लास्टिक से बने झंडे का बहिष्कार करने की शपथ दिलाई गई। सभी छात्राओं से संस्था की ओर से पुरजोर ढंग से अपील की गई कि वह न तो प्लास्टिक के बने झंडे का इस्तेमाल करेंगी, और न तो प्रचार प्रसार के माध्यम से किसी और को करने देंगी।

 
क्लब के संरक्षक समाजसेवी विजय कपूर ने उद्बबोधन में कहा कि स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस पर  छात्रों एवं बच्चों द्वारा प्लास्टिक के बने झंडे का इस्तेमाल किया जाता है। आज हम लोग उसी प्लास्टिक से बने झंडे का बहिष्कार करने के साथ-साथ छात्राओं से कागज के बने झंडे का इस्तेमाल करते हुए इस महान पर्व को मनाने की अपील कर रहे हैं। और छात्राओं के माध्यम से यह संदेश भी देने आए हैं कि आप अगर बच्चों के हाथ में झंडा देना चाहते हैं, तो वह कागज का बना हो न कि प्लास्टिक का। 

कॉलेज की प्रधानाचार्या ने कहा कि राष्ट्रीय पर्व मनाने के बाद कोई भी शख्स हमारे आन-बान-शान तिरंगे को किसी भी ऐसे स्थान पर न फेंके जहां पर हमारे झंडे का अपमान हो। अक्सर देखा जाता है कि झंडे का इस्तेमाल करने के बाद कुछ ना समझ लोग रास्ते पर सड़कों पर झंडे को फेंक देते हैं। ऐसे लोगों में विनती करते हुए जागरूकता लाना जरूरी है।


कार्यक्रम में यह रहे उपस्थित 

संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल,  समाजसेवी विजय कपूर, प्रधानाचार्या डॉ० प्रियंका तिवारी, समाज सेविका ज्योति झा, कोषाध्यक्ष नंदकुमार टोपी वाले, उपाध्यक्ष अनिल केसरी, सहित सैकड़ों छात्राएं शामिल थी।