BHU में अब अराजकतत्वों की खैर नहीं: एडिशनल सीपी संग विश्वविद्यालय प्रशासन ने खींचा सुरक्षा का खांका, इन बिंदुओं पर हुई मंत्रणा
वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आये दिन हो रहे बवाल, धरना-प्रदर्शन और अराजक तत्वों द्वारा की जा रही तोड़फोड़ की घटनाओं पर पूर्ण अंकुश लगाने के लिए शनिवार को बीएचयू के एलडी गेस्ट हाउस में पुलिस, जिला और विश्वविद्यालय प्रशासन ने संयुक्त बैठक की। बैठक में एडिशनल सीपी सुभाष चंद्र दुबे ने सुरक्षा व्यवस्था का नया खाका खींचा और अन्य आवश्यक बिंदुओं पर दिशा-निर्देश दिए। मुख्य आरक्षाधिकारी बीएचयू द्वारा जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के सभी अधिकारियों और प्रोफेसर इंचार्ज, ट्रामा सेंटर के साथ कला संकाय तथा सामाजिक विज्ञान संकाय के छात्रावास समन्वयक, छात्रावास प्रशासनिक संरक्षक और छात्रावास संरक्षक का स्वागत किया गया।
बैठक में बीएचयू के सिक्युरिटी अरेंजमेंट, हॉस्टल चेकिंग स्कीम, बीएचयू प्रशासन द्वारा दर्ज एफआईआर और सस्पेंशन केसेज, छात्रावासों के मेस सम्बन्धी समस्याएं, प्रशासनिक संरक्षक और संरक्षक द्वारा बताई गयी समस्याएं, ट्रामा सेंटर संबंधी समस्याओं पर चर्चा हुई। बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि सभी छात्रावासों में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाय। वाई-फाई सेन्ट्रलाइज्ड डीवीआर सीसीटीवी कैमरा की व्यवस्था की जाय।छात्रावासों के प्रशासनिक संरक्षक अपने-अपने छात्रावास के छात्रों द्वारा घटना में सम्मिलित होने पर उन्हें अपने स्तर से उचित कार्रवाई करें। काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में डीजे सिस्टम को प्रतिबंधित कर मुख्य द्वार से प्रवेश वर्जित करें।
छात्रावासों में विडियोग्राफी कराकर छात्रों की पहचान सुनिश्चित करें। सीसीटीवी कैमरा तोड़ने वाले छात्रों और बाहरी व्यक्तियों को चिन्हित करके पुलिस प्रशासन को सूचित करें। छात्रावासों के मेस में बकाया धनराशि जमा न करने वाले छात्रों को चिन्हित करके विश्वविद्यालय नियमानुसार उचित कार्रवाई सुनिश्चित हो। छात्रावासों में अवैध रूप से रह रहे छात्रों और बाहरी अराजकतत्वों को चिन्हित करके विश्वविद्यालय नियमानुसार उचित कार्रवाई सुनिश्चित करे।
प्रोफेसर इंचार्ज, ट्रामा सेंटर द्वारा विगत दिनों ट्रामा सेंटर में हुई मोटर साइकिल चक्रमण की घटना का जिक्र करते हुए पुलिस प्रशासन से इस पर अविलम्ब संज्ञान लेने का अनुरोध किया गया। प्रशासनिक संरक्षक-संरक्षक द्वारा विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्रावासों में आकस्मिक निरीक्षण कराये जाने की आवश्यकता बताया गया। बैठक में लक्ष्मण अतिथि गृह के इंचार्ज द्वारा बताया गया कि कुछ छात्रों और बाहरी अराजकतत्वों द्वारा रात्रि में मादक पदार्थों का सेवन करके अराजकता फैलाई जाती है। जिसको रोकने का पुलिस प्रशासन से अनुरोध किया गया। बैठक में मुख्य आरक्षाधिकारी द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी तरह की घटना होने पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के सहयोग से त्वरित कार्रवाई होने पर धन्यवाद दिया गया।
एडिशल सीपी ने विवि से कहा
अपर पुलिस आयुक्त (अपराध/मुख्यालय) सुभाष चंद्र दुबे ने निर्देशित किया कि सभी कैमरों को सेंट्रलाइज्ड सर्वर से जोड़ा जाय, ताकि कैमरा तोड़े जाने के बाद भी डाटा सुरक्षित रहे। अवैध छात्रों की शिनाख्त करने के लिए हास्टलों में नियमित तौर पर चेकिंग की जाए। बताया कि पुलिस के पास कई बार सूचनाएं आती हैं कि शहर में अपराधिक घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी हास्टल में शरण ले लेते हैं। विवि अपने स्तर पर ऐसे अपराधियों को चिन्हित करे और पुलिस को सूचित करे, ताकि सख्त कार्रवाई कर विवि की सुरक्षा व्यवस्था को और भी पुख्ता किया जा सके।
बैठक में यह रहे शामिल-
एसीपी (डीआईजी) सुभाष दूबे, डीसीपी काशी जोन अमित कुमार, एडीएम सीटी गुलाब चन्द, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. आनन्द चौधरी, एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह, प्रशासनिक संरक्षक, श्रीमती
मूना देवी छात्रावास प्रो0 संदीप कुमार, संरक्षक, पं. ब्रजनाथ
छात्रावास डॉ. अशोक कुमार सोनकर, समन्वयक, सामाजिक
विज्ञान संकाय डॉ. योगेश कुमार आर्या, प्रोफेसर इंचार्ज ट्रामा सेन्टर प्रो. सौरभ सिंह, प्रभारी निरीक्षक लंका महेश पाण्डेय और एलआईयू इंस्पेक्टर विनय मोहन पाठक सहित दो दर्जन अधिकारी मौजूद रहे।