शवों के अंत्योष्टि के लिए विश्वसुन्दरी पुल के नीचे वैकल्पिक व्यवस्था, श्मशान घाट पर बढ़ गया है दबाब...
वाराणसी, भदैनी मिरर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप से मृत्युदर में हुई वृद्धि से अब नगर निगम ने सामनेघाट स्थित विश्वसुंदरी पुल के समीप वैकल्पिक व्यवस्था की है। लाशों की संख्या में वृद्धि से हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार के लिए लोगों को लंबी लाइन लगानी पड़ रही थी।इसके लिए नगर निगम एक काउंटर शुरू किया गया है। जहां कोरोना के शवों की अंत्येष्टि की जा रही है। मंगलवार को 4 शवों का दाह संस्कार किया गया । हालांकि इसको लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
पहले से ही इस घाट पर लावारिश शवों का अंतिम संस्कार करने वाले काशी मोक्षदायिनी के अध्यक्ष पवन चौधरी का सहयोग लिया गया। यहां पर एक साथ 10 शवों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने यह भी निर्देशित किया कि हरिश्चंद्र घाट एवं सामने घाट पर साफ सफाई एवं सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है।
हरिश्चंद्र घाट के गैस शवदाह गृह प्रभारी अधिशासी अभियंता अजय राम ने बताया कि आज चौधरियों के साथ बैठक कर कोरोना के शव को लकड़ी पर जलाने के लिए सहमति बनाई गई है। इसके लिए रेट लिस्ट भी निर्धारित कर दिया गया है। सामान्य से लकड़ी पर जलाने के लिए 5000 रुपये और कोरोना के शव जलाने के लिए 7000 हजार रुपये निर्धारित किया गया। साथ ही हरिश्चंद्र के अलावा सामने घाट में भी शवदाह गृह स्थल पर लकड़ी से शव जलाने की व्यवस्था की गई है। हरिश्चंद्र घाट पर आवागमन के लिए बांस बल्ली से बैरिकेडिंग कराई गई।