वाराणसी: सीर गोवर्धनपुर में सीवर चोक समस्या पर नागरिकों का विरोध प्रदर्शन, प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ जताया आक्रोश

सीर गोवर्धनपुर वार्ड नंबर 23 में पिछले दो महीनों से जारी सीवर की समस्या के खिलाफ स्थानीय नागरिकों ने शनिवार को एक बार फिर सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया

वाराणसी: सीर गोवर्धनपुर में सीवर चोक समस्या पर नागरिकों का विरोध प्रदर्शन, प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ जताया आक्रोश

वाराणसी, भदैनी मिरर। सीर गोवर्धनपुर वार्ड नंबर 23 में पिछले दो महीनों से जारी सीवर की समस्या के खिलाफ स्थानीय नागरिकों ने शनिवार को एक बार फिर सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन के जरिए नागरिकों ने जलनिकासी और सफाई व्यवस्था की खराब स्थिति के लिए प्रशासन की लापरवाही का कड़ा विरोध किया.

नागरिकों का कहना है कि उन्होंने पहले भी जलकल विभाग, नगर निगम के अधिकारियों और जलकल महाप्रबंधक को शिकायतें दर्ज कराई थीं, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं हुआ. दो बार पहले भी विरोध प्रदर्शन करने के बाद, अधिकारियों ने केवल औपचारिकता निभाई, जिससे समस्या जस की तस बनी रही. शुक्रवार को नागरिकों ने नाराजगी जाहिर करने के लिए सड़क पर धान रोपकर विरोध किया, लेकिन आज भी सफाई का काम शुरू नहीं किया गया.

जब इस मामले में अधिकारियों से बात की गई, तो उनका गैर-जिम्मेदाराना रवैया सामने आया.अधिकारियों ने नागरिकों पर आरोप लगाया कि वे मीडिया में खबरें छपवाने का प्रयास कर रहे हैं, और कहा कि यह बीएचयू प्रशासन की जिम्मेदारी है. हालांकि, नागरिकों का कहना है कि बीएचयू का पानी केवल बरसात के समय आता है, जबकि अन्य समय में केवल स्थानीय पानी ही क्षेत्र में बहता है. सीवर चोक होने के कारण सड़कों पर पानी बह रहा है, जिससे सड़कें खराब हो रही हैं और बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है.

स्थानीय नागरिकों ने सत्ता दल के पार्षद, मेयर और विधायक की लापरवाही पर भी नाराजगी व्यक्त की. क्षेत्र की जनता का कहना है कि उन्हें प्रशासन से किसी समाधान की उम्मीद नहीं है, इसलिए आज उन्होंने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि 24 घंटे के भीतर सफाई कार्य शुरू नहीं किया गया, तो वे और बड़ा आंदोलन करने के लिए तैयार हैं.

इस प्रदर्शन ने स्थानीय लोगों के बढ़ते असंतोष और प्रशासनिक उपेक्षा को उजागर किया है और मीडिया से आग्रह किया गया है कि इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाए ताकि अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए मजबूर किया जा सके. इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व अमन यादव, महानगर अध्यक्ष बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी ने किया, जिसमें लाल बहादुर यादव, ओम प्रकाश यादव, रमाकांत यादव, सुरेश कुमार, मनीष, गोलू सहित अन्य नागरिक शामिल थे.