PM ने डीएम से बातकर जाना बाढ़ का हाल, बोले आवश्यकता होने पर तत्काल बताएं, कल बनारस आ सकते है CM...
वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी में अब मां गंगा का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। बुधवार को गंगा का जलस्तर 72.04 मीटर दर्ज किया गया है। गंगा अब खतरे के निशान से 78 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। जिसके चलते पूरे 58 गांव बाढ़ में डूब चुके है। इन गांवों में। रहने वाले लगभग 31 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हैं।
शहर में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए वाराणसी के सांसद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार की सुबह जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा को फोन कर क्षेत्र में आई बाढ़ का हाल जाना है। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी प्रकार की आवश्यकता हो तो तत्काल बताएं, हम हरसंभव मदद करेंगे।
कल होगा मुख्यमंत्री का सम्भावित दौरा
बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को वाराणसी आएंगे। सीएम आगमन की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन तैयारियों में जुट गई है। अधिकारियों को राहत शिविरों में किसी भी प्रकार की कमी नही होने का निर्देश भी दिया गया है। इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगो को राशन किट देने के काम में तेजी लाने का भी आदेश दिया गया है। यह भी बताया गया है कि मुख्यमंत्री बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने के बाद रात्रि विश्राम वाराणसी में ही करेंगे। फिलहाल मुख्यमंत्री के आगमन संबंधी प्रोटोकॉल के आने का इंतजार किया जा रहा है।
काशी विद्यापीठ की वार्षिक-सेमेस्टर परीक्षाएं रद्द
वाराणसी में बाढ़ का असर अब परीक्षाओं पर भी दिखने लगा है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और इससे संबद्ध महाविद्यालयों में आयोजित वार्षिक-सेमेस्टर की समस्त परीक्षाएं बाढ़ और पीईटी एग्जाम-2021 के कारण 11 अगस्त से अग्रिम आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इन परीक्षाओं के आयोजन की सूचना शीघ्र ही अलग से दी जाएगी। MBBS की परीक्षा अपने निर्धारित समय पर ही संपन्न होगी। यह जानकारी काशी विद्यापीठ के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. नवरत्न सिंह ने दी है।
डीएम ने कहा फिर स्थिति होगी सामान्य
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ ही उनके मवेशियों के लिए भी व्यवस्था की जा रही है। कहां कितनी फसल का नुकसान हुआ है, इसकी रिपोर्ट सभी उप जिलाधिकारियों से मांगी गई है। जिला प्रशासन शहरी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के सुख-दुख में साथ खड़ा है। इस प्राकृतिक आपदा का हम सभी एकजुटता के साथ मजबूती से सामना करेंगे और जल्द ही स्थिति एक बार फिर सामान्य होगी।