बाढ़ का खतरा: गंगा के जलस्तर में 7 सेमी की रफ्तार से फिर बढ़ोत्तरी, जिला प्रशासन हुआ एलर्ट, NDRF और जल पुलिस भी चौकन्ना...
गंगा का जलस्तर कम होने के बाद गुरुवार को एक बार फिर उफान पर हैं। गंगा के बढ़ते जलस्तर से अब बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। गुरुवार शाम 7 बजे तक गंगा का जलस्तर 68.40 मीटर दर्ज किया गया। यह चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर से केवल 1.86 मीटर कम है। बुधवार को गंगा के जलस्तर में प्रति घंटे 2 सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई थी लेकिन गुरुवार को 7 सेमी प्रतिघंटे का बढ़ाव दर्ज किया गया। गंगा के पलट प्रवाह से वरुणा किनारे रहने वालों की दिक्कतें बढ़ गई है। काफी घरों में पानी घुस गया है। कुछ लोगों ने पहली मंजिल पर शरण ली है तो काफी लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है।
गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण जल पुलिस और एनडीआरएफ की 11वीं वाहिनी के जवानों को अतिरिक्त सतर्कता के साथ ड्यूटी करने के लिए कहा गया है। वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों को सतर्क होकर रहने के लिए प्रशासन की ओर से आगाह किया गया है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गुरुवार को गंगा का जलस्तर प्रति घंटे 7 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ा है। जलस्तर यदि इसी वेग से बढ़ता रहा तो वाराणसी में सामने घाट क्षेत्र की कॉलोनियों, वरुणा किनारे के मुहल्लों और ढाब क्षेत्र के गांवों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि गंगा के जलस्तर को लेकर प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीमों को चौबीसों घंटे तैयार रहने को कहा गया है। सभी एसडीएम, तहसीलदार और एसीएम को भी इस संबंध में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। जिले के बाढ़ प्रभावित जो भी इलाके हैं वहां के ग्राम प्रधानों प्रशासन लगातार संपर्क में है। आमजन से लेकर मवेशियों तक किसी को भी किसी किस्म की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।