MGKVP: अगले वर्ष से शुरू हो जायेगा म्यूजिक थेरेपी क्लास, लैब बनकर हो रहा तैयार...
मानसिक रोगियों खासकर अवसाद से ग्रसित जनता के लिए म्यूजिक थेरेपी काफी कारगर है. इसके लिए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मनोविज्ञान विभाग में लैब बनकर तैयार हो रहा है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। मानसिक रोगियों के इलाज में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ अपना एक कदम आगे बढ़ाने जा रहा है. विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में देश का पहला 'म्यूजिक थेरैपी लैब' तैयार हो रहा है. इसकी औपचारिक शुरुआत अगले वर्ष से होने की संभावना है.
दो तरह की दी जाती है थेरेपी
मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर दुर्गेश कुमार उपाध्याय ने बताया की सेंटर लगभग तैयार है. संगीत थेरेपी के सारे यंत्र आ गए है. अनौपचारिक रुप से कुछ छात्रों को यह जानकारी दी जा रही है, ताकि अब अन्य लोगों को इसके फायदे के बारे में बताए.
उन्होंने बताया की इस लैब को 10 लाख 40 हजार रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है. इस रिसर्च लैब में एक्टिव म्यूजिक थेरैपी के अलावा रिसप्टिव म्यूजिक थेरैपी रूम भी बनाया गया है. जिसमें विभिन्न संगीत इंस्टूमेंट के जरिए थेरेपी दी जाएगी.