देव दीपावली: नाव-होटल पूरी तरह फूल, क्रूज में भी जगह नहीं, प्रशासन की यह है अपील...
Dev Deepawali Boat-hotel completely flowered, no place even in cruise this is the appeal of the administration देव दीपावली: नाव-होटल पूरी तरह फूल, क्रूज में भी जगह नहीं, प्रशासन की यह है अपील...
वाराणसी,भदैनी मिरर। आगामी देव दीपावली को लेकर गंगा घाटों पर पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। आयोजन के पूर्व ही यहां पर 1500 से अधिक छोटी-बड़ी नावों, बजरों और स्टीमरों को सैलानी बुक कर चुके है। अब वाराणसी में से एक भी नाव खाली नहीं है। वहीं, गंगा घाटों के 500 मीटर के दायरे में आने वाले 175 से ज्यादा होटलों, लॉज और धर्मशालाओं के कमरे बुक हो चुके हैं। दूर छावनी क्षेत्र और कैंट रेलवे स्टेशन के सामने भी यही हाल है। जिसे देखते हुए इस बार यहां पर दो लाख से ज्यादा सैलानियों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है।
इन दामों में हो चुकी है नावें बुक
नाविकों ने बताया कि छोटी नाव जो हाथ से चलती है और जिनमें 6 से 7 लोग बैठ सकते हैं उनकी बुकिंग लगभग 15 से 20 हजार रुपए में हुई है। इंजन वाली जो नावें हैं और जिनमें तकरीबन 25 लोग बैठ सकते हैं, वह 50 से 75 हजार रुपए तक बुक हुई हैं। वही बजड़े छोटे से लेकर बड़े तक डेढ़ लाख से ढाई लाख रुपए तक बुक हुए हैं। देव दीपावली के दिन नावों और बजडों को झालरों से सजाया जाएगा। नाविकों ने बताया कि अब शायद ही कोई नाविक बचा होगा। जिसकी बुकिंग न हुई हो।
12 हजार रुपए प्रति व्यक्ति क्रूज का किराया
नाविकों ने यह भी बताया कि यह पर्व साल भर का एक ऐसा दिन होता है जिस दिन गंगा मैया अपने पुत्रों को कमाने का एक अच्छा अवसर देती हैं और लोग भी हंसी-खुशी अपने मन से पैसा देते हैं। गंगा में चलने वाले तीनों क्रूज में प्रति व्यक्ति 12 हजार रुपए किराया है। क्रूज संचालन से जुड़े विकास मालवीय ने बताया कि कोरोना काल के बाद यह एक अच्छा अवसर आया है। तीनों ही क्रूज फुल हो चुके हैं और उनमें अब जगह नहीं बची है।
लगभग 2 वर्षों से बेजान पड़ा होटल कारोबार
द बनारस होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष गोकुल शर्मा ने बताया कि देव दीपावली के मद्देनजर होटलों के कमरे लगभग महीने भर पहले ही बुक हो गए थे। बाहर से आने वाले लोग ज्यादातर गंगा घाटों के आसपास के क्षेत्र में ही होटलों के कमरे खोजते हैं। लगभग 2 साल से बेजान से पड़े होटल कारोबार के लिए यह देव दीपावली एक बड़ी संजीवनी का काम करेगी। कोरोना की पहली लहर के बाद पिछले साल भी काशी में देव दीपावली मनाई गई थी लेकिन इस बार जैसा श्रद्धालुओं और सैलानियों का उत्साह नहीं दिखा था। उम्मीद है कि सैलानियों के इस सीजन में आगे भी इसी तरह से सब कुछ अच्छा ही रहेगा।
प्रशासन ने की यह अपील
सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने नाविकों से अपनी नावों में लाइफ जैकेट रखने की अपील के साथ ही कहा कि शराब के नशे में नाव न चलाएं और पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें।