तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में गड़बड़ी की खबर के बीच पूर्व राष्ट्रपति का बड़ा बयान, कहा - यह एक मंदिर तक सीमित...

पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि हिंदुओं में प्रसाद को लेकर जो श्रद्धा होती है अब शंका उत्पन्न होती है. 'ऐसी स्थिति में देश के सभी मंदिरों के प्रसाद की शुद्धता परखनी चाहिए. इस तरह की मिलावट को हिंदू शास्त्र में पाप कहा गया है. ये हिंदू श्रद्धालुओं की आस्था का विषय है. उन्होंने इसकी कड़ी निंदा की है.

तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में गड़बड़ी की खबर के बीच पूर्व राष्ट्रपति का बड़ा बयान, कहा - यह एक मंदिर तक सीमित...

वाराणसी, भदैनी मिरर। मैं काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन नहीं कर पाया, इसके लिए मैंने क्षमा भी मांगी, मैं तो मंदिर नहीं जा पाया लेकिन मेरे कुछ सहयोगी मंदिर गए थे और उन्होंने मुझे प्रसाद दिया. उस समय मुझे तिरुपति मंदिर की मिलावट की खबर याद आ गईं. यह समस्या सिर्फ एक मंदिर तक सीमित नहीं हो सकती, यह हर मंदिर की कहानी हो सकती है.तिरुपति बाला जी के प्रसाद में मिलावट को लेकर उक्त बातें पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आईएमएस बीएचयू में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन के दौरान कही.

उन्होंने ने इस मामले को लेकर चिंता और संदेह दोनों जाहिर किया. पूर्व राष्ट्रपति ने आगे कहा कि हिंदुओं में प्रसाद को लेकर जो श्रद्धा होती है अब शंका उत्पन्न होती है. 'ऐसी स्थिति में देश के सभी मंदिरों के प्रसाद की शुद्धता परखनी चाहिए. इस तरह की मिलावट को हिंदू शास्त्र में पाप कहा गया है. ये हिंदू श्रद्धालुओं की आस्था का विषय है. उन्होंने इसकी कड़ी निंदा की है.


बता दें कि सीएम चंद्रबाबू नायडू ने पिछली सरकार पर आरोप लगाते हुए ये मुद्दा विधायक दलों की बैठक में उठाया. सीएम नायडू ने कहा कि जगन रेड्डी की सरकार में तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर द्वारा प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डू बनाने के लिए शुद्ध घी की जगह जानवरों की चर्बी का उपयोग किया गया था. इसके बाद धीरे-धीरे ये मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता गया. इसके बाद मामले पर स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने गंभीरता दिखाते हुए सीएम चंद्रबाबू नायडू से बात की. उन्होंने कहा कि FSSAI से इसकी जांच होगी. सरकार की मामले पर पैनी नजर भी है।