वाराणसी,भदैनी मिरर। नया साल मनाने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन वाराणसी होने लगा है. इसके साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी भक्तों की संख्या में इजाफा होने लगा है. मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा, सुगमता और सुरक्षा के मुकम्मल व्यवस्था किया गया है. मंदिर में श्रावण और महाशिवरात्रि जैसी ही व्यवस्थित दर्शन करवाए जायेंगे. यह जानकारी मंदिर के मुख्यकार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने दिया. उन्होंने कहा कि मंदिर न्यास श्रद्धालुओं को पूरी सुविधा देने का प्रयास कर रहा है.
मुख्यकार्यपालक अधिकारी ने बताया कि नए साल और महाकुम्भ दोनों को लेकर तैयारियां की जा रही है. नए साल के पहले ही दिसंबर के आखिरी सप्ताह से एक दिन में लाखों भक्ताें ने बाबा का दर्शन कर लिया. वहीं, प्रशासन और प्रबंधन भक्तों की सहूलियत और नई व्यवस्थाओं के लिए कार्य कर रहा है. इस बार फिर से बैरिकेडिंग लगा दी गई. इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर सावन के प्रोटोकॉल जैसी व्यवस्था कर दी गई है. देश-दुनिया से श्रीकाशी विश्वनाथ के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा न हो इसके लिए व्यापक तैयारियां कर ली गई है. ऐसे में करीब 4 करोड़ श्रद्धालुओं के भी श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार में आने की संभावना है. इसके मद्देनजर बाबा के सुगमता से दर्शन पूजन के लिए मंदिर प्रबंधन की ओर से सारी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गयी है.
उन्होंने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में भारी भीड़ को देखते हुए स्पर्श दर्शन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा. इसके आलावा गर्भगृह में प्रवेश पर भी रोक रहेगी. वीआईपी प्रोटोकॉल भी बंद कर दिया गया है. नए साल पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में सात लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है.
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि इस वर्ष दिसम्बर में श्रद्धालुओं की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. मंदिर के आंकड़ों के मुताबिक 21 दिसंबर को 1.80 लाख, 22 दिसंबर को दो लाख से अधिक, 23 दिसंबर को डेढ़ लाख, 24 दिसंबर को 1.75 लाख और 25 दिसंबर को 1.90 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे. सीईओ विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि सावन का प्रोटोकाॅल नए साल पर प्रभावी रहेगा. भीड़ को देखते हुए यथासंभव स्पर्श दर्शन पर प्रतिबंध रहेगा.