DM ने पंचायत चुनाव को लेकर की बैठक, कंट्रोल रुम स्थापित करने के आदेश, अगले आदेश तक वेतन रोकने को कहा...
पंचायत चुनाव की तैयारियों में जिला प्रशासन अभी से जुट गई है। पंचायत चुनाव को लेकर किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए इसको लेकर डीएम कौशलराज शर्मा ने खुद कमान संभाली है। अधिकारियों संग बैठक कर समीक्षा करते हुए न केवल कार्य में शिथिलता बरतने वालों के अगले आदेश तक बेतन रोकने के निर्देश दिया है। साथ ही यह भी डीएम ने कहा है कि गांव में दीवारों पर चुनाव प्रचार सम्बंधी पेंटिंग तथा पोस्टर चिपकाने का कार्य कोई न करने पाये।
वाराणसी/भदैनी मिरर। पंचायत चुनाव के मद्देनजर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शुक्रवार को विकास भवन सभागार में समीक्षा बैठक की। इस दौरान डीएम ने पंचायत चुनाव से सम्बंधित कार्मिकों की फीडिंग पूरी न कराने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए ऐसे सभी विभागों का वेतन अगले आदेश तक रोके जाने का निर्देश दिया। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने 15 फरवरी 2021 तक पंचायत चुनाव सम्बंधी सभी तैयारियां पूर्ण करने की सख्त हिदायत देते हुए कहा कि सभी अधिकारी अपने अपने प्रभार की तैयारी समय से पूरा करायें। साथ ही उन्होंने मतपत्रों के प्रभारी अधिकारी को मतपत्र सुरक्षित रखे जाने तथा प्रतिदिन उसकी सुरक्षा की जांच किये जाने का निर्देश भी दिया।
डीएम ने एडीएम आपूर्ति को निर्देशित किया कि विकास भवन में कंट्रोल रूम स्थापित कर आठ-आठ घंटे की तीन शिफ्टों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी जाय। सभी लेखपाल और सेक्रेटरी को जिम्मेदारी देते हुए यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि गांव में दीवारों पर चुनाव प्रचार सम्बंधी पेंटिंग तथा पोस्टर चिपकाने का कार्य कोई न करने पाये। उन्होंने एसडीएम और खण्ड विकास अधिकारी को अपनी निगरानी में वोटर लिस्ट का कार्य सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी देते हुए कहा कि सभी लेखपाल और सेक्रेटरी को एक से दो गांव आवंटित कर दिया जाय। मतदाता सूची में पात्र लोगों का नाम जोड़ने, अपात्र के नाम हटाने तथा सुधार के कार्य में लेखपाल और सेक्रेटरी आवंटित गांवों के निवासियों की जानकारी कर लें कि सूची के अनुसार कौन किस गांव का निवासी है।
डीएम ने इन सभी कार्यों को 7 फरवरी तक पूरा कराने का निर्देश दिया। प्रत्येक गांव की सूची उस गांव में पढ़वाने का भी उन्होंने निर्देश दिया।सर्वे के आधार पर अति संवेदनशील, संवेदनशील तथा सामान्य श्रेणी में चिन्हित गांव में संवेदनशीलता के कारणों की पड़ताल करें कि राजनीतिक विवाद है, गोलबंदी है तो किस कारण है, आपसी झगड़े हैं या कोई अन्य कारण से संवेदनशीलता है उसका पता लगाकर निवारण की कार्रवाई करते हुए सामान्य गांव की श्रेणी में लाने का प्रयास किया जाय।
उन्होंने कहा कि मतदेय स्थलों को चिन्हित कर वहां प्रकाश, पेतजल, फर्नीचर, भवन की स्थिति आदि की व्यवस्था 07 फरवरी तक सर्वे कराकर बूथों के तैयारी की रिपोर्ट प्रस्तुत करें।बूथों की जिम्मेदारी सेक्रेटरी की है जो न्यूनतम आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करायेगा। एसडीएम तथा बीडीओ को हर ब्लाक का नजरी नक्शा तैयार कराने का निर्देश दिया जबकि कुल 108 न्याय पंचायतें हैं तथा इनमें 2613 बूथ हैं।उन्होंने कहा कि एक सेक्टर में 20 बूथ तथा एक ब्लाक में दो से तीन जोन बनाये जायेंगे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी, मनीष मीणा आईएएस, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, एडीओ पंचस्थानीय, उप जिला निर्वाचन अधिकारी सहित सभी सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।