सपा के व्यापारी मंडलीय सम्मेलन में बोले संजय गर्ग- व्यापारियों के प्रति BJP का रवैया संवेदनहीन, कुछ खास लोगों के लिए बनती है नीतियां
वाराणसी, भदैनी मिरर। चुनाव नजदीक आते ही वाराणसी से राजनैतिक दल पूर्वांचल की सीटों पर अपनी गोटी सेट करने में जुट गए है। बीजेपी एक तरह प्रबुद्ध सम्मेलन कर केंद्रीय और राज्य सरकार के मंत्रियों को बुला रही है तो दूसरी ओर सपा भी अपना दमखम दिखा रही है। रविवार को समाजवादी पार्टी के व्यापार मंडल की ओर से व्यापारी मंडलीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक संजय गर्ग ने राज्य सरकार की जमकर मुखालफत की। महंगाई से लेकर बेरोजगारी तक, ध्वस्त कानून-व्यवस्था से लेकर उत्पीड़न तक के मुद्दों पर मोदी-योगी सरकार को घेरा। संजय गर्ग ने कहा कि भाजपा की सरकार का व्यापारियों के प्रति रवैया बहुत ही संवेदनहीन है। भाजपा सरकार की नोटबंदी, विसंगतिपूर्ण जीएसटी, कोरोना काल में अनियंत्रित लॉकडाउन के दौरान बिजली के फिक्स चार्जेज और व्यापार में लिए गए ऋण के ब्याज माफ न करने के कारण व्यापारी बदहाली के कगार पर है।
इंस्पेक्टर राज से उत्पीड़न बढ़ा है, कानून व्यवस्था की हालत बहुत खराब है। प्रशासन और माफिया के गठजोड़ से रंगदारी वसूली जा रही है। पूर्वांचल में व्यापार की असीमित संभावनाएं हैं, उसे भाजपा सरकार ने नज़रंदाज़ किया।
ख़ास लोगों के लिए टेबल पर बनती है नीतियां
विशिष्ट अतिथि एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने कहा कि देश एवं प्रदेश सरकार की नीतियां आम लोगों के लिए नहीं बल्कि देश के कुछ ख़ास लोगों के लिए टेबल पर बनती हैं। पेट्रोल, डीजल की गगनचुंबी मूल्य वृद्धि से दैनिक जरूरी उपयोग की वस्तुओं की कीमत बढ़ रही है। देश में महंगाई से जनता त्रस्त है और आरोप व्यापारियों पर मढ़ा जाता है।
इस दौरान संजय गर्ग को इलेक्ट्रॉनिक डीलर्स एसोसिएशन के संस्थापक महामंत्री राजेश केशरी, काशी केराना व्यापार मण्डल के उपाध्यक्ष अनिल केशरी, विशेश्वरगंज व्यापार मण्डल के अध्यक्ष अशोक गुप्ता, वाराणसी स्वर्णकार व्यापार मण्डल के अध्यक्ष जितेन्द्र सेठ, वाराणसी केराना व्यापार समिति के महामंत्री अशोक कसेरा, केराना व्यापार मण्डल के महामंत्री अमर नाथ केशरी और महानगर उद्योग व्यापार समिति के अध्यक्ष प्रेम नाथ मिश्रा ने सपा अध्यक्ष को संबोधित सुझाव पत्र सौंपा।
यह था सुझाव पत्र
- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को व्यापारी हित में निम्नवत मांगों को अवगत कराएं। साथ ही, आगामी विधानसभा चुनाव-2022 के दृष्टिगत समाजवादी पार्टी द्वारा जारी घोषणा पत्र में शामिल करें।
- समाजवादी पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव 2022 के दृष्टिगत पूरे प्रदेश के समस्त जिलों में कम से कम एक टिकट व्यापारी को अवश्य मिलना चाहिए।
- सांसदों, विधायकों, सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों की तर्ज पर इनकम टैक्स पैड सम्मानित वरिष्ठ व्यापारियों के लिए पेंशन व्यवस्था लागू की जाएं।
- व्यापारी हित एवं सम्मान के लिए व्यापारी आयोग का गठन किया जाएं, जिसमें चेयरमैन को केबिनेट मंत्री का दर्जा मिलें। इसमें प्रत्येक जिलों से एक-एक व्यापारी को नामित किया जाए।
- व्यापारियों पर बिजली विभाग, वाणिज्य कर, श्रम विभाग, खाद्य सुरक्षा एवं बाट-माप आदि सरकारी विभागों द्वारा दर्ज फर्जी मुकदमा तत्काल हटाया जाए।
- सरकारी विभागों द्वारा नियमित मासिक आर्थिक शोषण बंद किया जाएं।
- जीएसटी ऑनलाइन पंजीयन पर सर्वे (भौतिक सत्यापन) के नाम पर मानसिक उत्पीड़न व दोहन एवं आर्थिक शोषण बंद होना चाहिए।
- जटिल एवं कठोर जीएसटी प्रावधानों का सरलीकरण हो।
- दैनिक उपयोग की घरेलू वस्तुओं की ऑनलाइन मार्केटिंग पर प्रभावी अंकुश लगें। जिससे हमारा पटरी, रेहड़ी, फुटकर दुकानदार भी व्यापार कर अपने और अपने परिवार का ससम्मान जीवन यापन कर सकें।
सम्मेलन में यह नेता मौजूद रहे
सम्मेलन में वाराणसी की सपा की पूर्व लोकसभा प्रत्याशी शालिनी यादव, सपा व्यापार सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन मनोचा व अजय सूद, प्रदेश सचिव हृदय गुप्ता, राकेश मोदनवाल, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मुरलीधर जायसवाल, वाराणसी मण्डल प्रभारी जितेन्द्र सेठ, वाराणसी जिलाध्यक्ष चरन दास गुप्ता, वाराणसी महानगर अध्यक्ष राजेश केशरी, जिलाध्यक्ष चन्दौली अशोक गुप्ता, जिलाध्यक्ष गाजीपुर विशाल मद्धेशिया एवं जिलाध्यक्ष जौनपुर संजीव साहू मौजूद रहे। सम्मेलन की अध्यक्षता उद्यमी विजय कपूर एवं संचालन डॉ. भारत भूषण यादव ने किया।