कोर्ट ने दो सगे भाईयों को दी अग्रिम जमानत, 12 लाख रुपये गबन का है मामला...

दुकान से धोखाधड़ी कर 12 लाख रुपये गबन करने के मामले में दो सगे भाईयो को कोर्ट ने अग्रिम जमानत दे दी है.

कोर्ट ने दो सगे भाईयों को दी अग्रिम जमानत, 12 लाख रुपये गबन का है मामला...

वाराणसी, भदैनी मिरर। दुकान से धोखाधड़ी कर 12 लाख रुपये गबन करने के मामले में दो सगे भाईयो को कोर्ट से राहत मिल गयी। प्रभारी न्यायाधीश (देवकांत शुक्ला) की अदालत ने गंगा नगर कालोनी, भदऊ चुंगी थाना आदमपुर निवासी आरोपित अमित छावड़ा व राजेश छावड़ा को 50-50 हजार रुपये की दो जमानते एवं व्यक्तिगत बंधपत्र देनें पर रिहा करने का आदेश दिया. अदालत में बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता वरूण प्रताप सिंह व हिमांचल सिंह ने पक्ष रखा.

अभियोजन पक्ष के अनुसार वादी ने थाना कैंट में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. आरोप था कि अर्दली बाजार स्थित उसकी गारमेन्ट की दुकान है. जिसमें मैनेजर के पद पर कार्यरत राजेश कुमार छावड़ा, प्रार्थी के दो अलग-अलग दुकान से करीब पाँच साल के उपरान्त लगभग 10 से 12 लाख रूपया नगद चोरी किया, जिसका पता लगने पर प्रार्थी ने इसकी सूचना 26 मई 2017 को थाना कैण्ट पर दिया. पूछताछ के लिए विपक्षी को थाना बुलाया गया तब उसने अपना जुर्म कबूलते हुए कुछ सम्मानित लोगों के समझाने पर थाने पर एक समझौता 22 जून 2018 को उक्त चोरी के एवज में एक लाख पचहत्तर हजार रुपया वापस करने का इकरारनामा किया. जिसमें उसका सगा भाई अमित छावड़ा बतौर गवाह भी है. इसके उपरान्त विपक्षी द्वारा सुलहनामे के बाद से अब तक मात्र पचासी हजार रुपये बतौर चेक दिया है एवं बाकी का शेष एक लाख पच्चीस हजार रुपया मांगने पर प्रार्थी को जान से मारने की धमकी देता है.

प्रार्थी ने जब 29 अगस्त 2019 को सुबह लगभग 11 बजे विपक्षी से मिलकर कहा कि किसी भी हाल में उसका रुपया दुकान पर पहुँचा दो तब उसी दिन शाम को प्रार्थी जब अपना दुकान बन्द करके घर जा रहा था, तभी समय लगभग 10 बजे रात्रि पहले से घात लगाये विपक्षियों ने उसके ऊपर हमला कर दिया तथा उसे मॉ बहन की भद्दी-भद्दी गाली देते हुए कट्टे के मुठिया से हमला करते हुए जान से मारने की धमती देते हुए चला गया. उसके बाद वह अपने घर चला गया, तभी दो बाइक से राजेश छाबड़ा तथा अमित छावड़ा व दो अन्य युवक उसके घर में घुस गये तथा घर में तोड़-फोड़ करते हुए असलाह चमकाते हुए जान से मारने की धमकी दिया तथा कहने लगा कि रुपया भूल जाओ तुम्हें पता नहीं है कि मेरी पहुँच कहाँ तक है. जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गये.