NEET सॉल्वर गैंग को कैंडिडेट्स सप्लाई करने वाले ओसामा की जमानत अर्जी निरस्त, जुली के भाई को मिली जमानत...
NEET-UG परीक्षा के सॉल्वर गैंग में आरोपी अभय कुमार मेहता की जमानत पर बहस करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीनाथ त्रिपाठी व उनके सहयोगी युवा अधिवक्ताद्वय।वाराणसी,भदैनी मिरर। NEET- UG परीक्षा में धांधली करने वाले सॉल्वर गैंग के बहकावे में आई काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के BDS की दूसरे वर्ष की छात्रा जुली कुमारी के भाई अभय कुमार मेहता को जिला जज डा.अजय कृष्ण विश्वेश ने जमानत दे दी जबकि केजीएमयू में मेडिकल का चौथे वर्ष की परीक्षा दे चुका ओसामा शाहिद की जमानत अर्जी खारिज कर दी। सुनवाई के दौरान ओसामा के जमानत का विरोध जिला शासकीय अधिवक्ता आलोक चन्द्र शुक्ल ने किया। अभय कुमार मेहता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीनाथ त्रिपाठी ने बहस की। उनके सहयोग में युवा अधिवक्ताद्वय संदीप मिश्रा व राकेश तिवारी ने पक्ष रखा। अधिवक्ताओं ने कहा कि विवेचना के दौरान अभय कुमार मेहता के पास से इस मामले में संलिप्तता का कोई साक्ष्य बरामद नहीं हुआ था और वह मुकदमे में नामजद भी नहीं था।
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ओसामा कैंडिडेट्स की करता था सप्लाई
पुलिस की पूछताछ में सामने आया था कि एमबीबीएस की पढ़ाई करने के दौरान ही ओसामा सॉल्वर गैंग के संपर्क में आ गया। इसके बाद वह देश के बड़े महानगरों के नामी कोचिंग सेंटर में मेडिकल की परीक्षा की तैयारी करने वाले परिवारों के छात्र-छात्राओं का पता लगाने लगा। वह खुद ऐसे छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों से संपर्क करता था। उन्हें वह मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास कराने का आश्वासन देता था। ओसामा के मेडिकल स्टूडेंट होने के कारण लोग उसकी बातों पर भरोसा भी कर लेते थे।
बातचीत होने के बाद 25 लाख रुपए में सौदा तय कर वह सॉल्वर गैंग के सरगना प्रेमकुमार उर्फ़ PK को बताता था। ऐसे ही ओसामा ने हिना और उसके पिता गोपाल विश्वास के साथ भी सौदा तय किया। डॉ. ओसामा शाहिद के पास से 15 प्रवेश पत्र की प्रति, 4 फोटो, 4 कूरियर रसीद, 2 मोबाइल फोन व उसमें से सॉल्वर गैंग के साथ चैटिंग और बैंकिंग लेनदेन का ब्योरा पुलिस ने बरामद किया था। जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की दलील थी कि शाहिद असल परीक्षार्थियों के दस्तावेजों को प्राप्त कर कूटरचित प्रवेश पत्र तैयार करवाने व साल्वर की व्यवस्था कराकर फर्जी अभ्यर्थी को परीक्षा में बैठाता था। पुलिस ने उसके पास से परीक्षार्थियों का प्रवेश पत्र बरामद भी की है। शाहिद की अन्य आरोपित पीके उर्फ निलेश से मोबाइल पर जुलाई 2021से 272 बार,अंशु से 201 बार और मुख्य आरोपित देबू उर्फ दिव्य ज्योति नागा से 175 बार वार्ता करने का विवरण मिले हैं। शाहिद का नाम अन्य आरोपितों द्वारा पुलिस को दिए बयान से प्रकाश में आया है।
बता दें कि नीट परीक्षा में साल्वरों को असली परीक्षार्थी की जगह बैठाकर परीक्षा पास कराने का मामला संज्ञान में आने पर 12 सितंबर 2021 को सोना तालाब, सारनाथ स्थित एक केंद्र से हीना विस्वास की जगह परीक्षा दे रही छात्रा बीएचयू बीडीएस की छात्रा जुली कुमारी और उसकी मां बबिता देवी को गिरफ्तार किया गया था।
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