डॉ. अफरोज का सहयोगी वीरेंद्र गिरफ्तार, डॉ. अफरोज की अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद इनाम की राशि बढ़ाने की तैयारी...
Dr Afroz aide Virendra arrested for bail preparations to increase the amount of reward on Dr Afrozडॉ. अफरोज के बेल लिए सहयोगी वीरेंद्र गिरफ्तार, डॉ अफरोज पर इनाम की राशि बढ़ाने की तैयारी...
वाराणसी। NEET-UG धांधली में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी में कमिश्नरेट पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश के निर्देश के क्रम में वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने अबतक पटना के मास्टरमाइंड निलेश उर्फ़ PK सहित 13 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, गैंग का एक और सदस्य PK और डॉक्टर अफ़रोज के सहयोगी NEET-UG धांधली में अभियुक्त वीरेंद्र कुमार वर्मा मेदायें, थाना परसरामपुर जिला बस्ती, हाल पता - 40 अवध विहार इंदिरा नगर जनपद लखनऊ को बुधवार की रात क्राइम ब्रांच और सारनाथ पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर चंद्रा चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी के कब्जे से NEET परीक्षा के कैंडिडेट के शैक्षिक प्रमाण पत्र, एडमिट कार्ड, ओएमआर शीट, आधार कार्ड, थंब इंप्रेशन, कूटरचित फोटोग्राफ़ तथा अन्य परीक्षाओं से संबंधित दस्तावेज आदि बरामद हुए। बरामद दस्तावेजों के सम्बंध में पकड़े गए अभियुक्त वीरेंद्र कुमार वर्मा ने पूछताछ में बताया कि वह 2016 में द्वारका दिल्ली में बीएएमएस की परीक्षा में सालवर के रूप में परीक्षा देते हुए अन्य अभियुक्त गणों के साथ गिरफ्तार हुआ था तथा वर्ष 2021 में PET परीक्षा के प्रश्न पत्र वायरल करने में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर जौनपुर से जेल भेजा गया।
बिहार भागने के फिराक में था
वीरेंद्र ने बताया कि वह अपने साथ काम करने वाले डॉक्टर अफ़रोज़ के बेल के लिए आया हुआ था तथा यहां से बिहार भागने के फिराक में था। इस साल भी उसने कई लोगो का काम लिया था लेकिन PET परीक्षा 2021 में ANSWER KEY आउट करने के कारण 26 अगस्त को STF और जौनपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
8 सितंबर को हुआ था रिहा
बताया कि बीते 8 सितंबर को वह जेल से छूटकर आया तो NEET नीट परीक्षा में सिर्फ 3 दिन बचे थे इसलिये वर्ष 2021 में सिर्फ एक ही सॉल्वर को परीक्षा में बैठा पाया था। NEET कैंडिडेट अंकुर राय की जगह देवी प्रसाद रॉय को बैठाया था जो आजमगढ़ का रहने वाला है। पुलिस अभियुक्त वीरेंद्र को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।
जमानत याचिका खारिज
नीट-यूजी (मेडिकल प्रवेश परीक्षा) में धांधली का प्रयास करने सॉल्वर गैंग के सदस्य डॉ. अफरोज अहमद की अग्रिम जमानत याचिका अदालत ने खारिज कर दी। इसके साथ ही वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस डॉ. अफरोज पर पहले से घोषित इनाम की राशि 20 हजार रुपए को बढ़ाने की तैयारी कर रही। डॉ. अफरोज बलरामपुर का रहने वाला है। उसकी गिरफ्तारी में सहयोग करने के लिए वाराणसी के पुलिस कमिश्नर की ओर से बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा गया है। वहीं, इस मामले में जिला जेल में पहले से बंद आरोपी विकास कुमार महतो की जमानत याचिका वाराणसी के जिला एवं सत्र न्यायालय ने खारिज कर दी।
अन्य की तलाश में पुलिस दे रही दबिश
सारनाथ क्षेत्र स्थित एक स्कूल में 12 सितंबर को परीक्षा में सॉल्वर गैंग की धांधली का मामला सामने आया था। पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि इस मामले में अब तक सॉल्वर गैंग के सरगना समेत 13 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अभी 3 डॉक्टर समेत 14 आरोपियों की तलाश जारी है। इनमें डॉ. अफरोज, डॉ. प्रिया, डॉ. गणेश, मृत्युंजय देबनाथ, दिव्यज्योति नाग उर्फ देबू, आशुतोष राज, मुंतजिर, प्रवीण, प्रमोद, हामिद रजा, पीयूष, चंदन, संजीव और प्रदीप्त भट्टाचार्य शामिल हैं।
बिहार, बंगाल और त्रिपुरा में तलाश
इनकी तलाश में पुलिस की 3 अलग-अलग टीमें बिहार, बंगाल और त्रिपुरा में दबिश दे रही हैं। डॉ. अफरोज पर पहले से घोषित इनाम की राशि बढ़ाने के लिए कागजी कार्रवाई की जा रही।