ऐसी कंपनियों से रहिए सावधान, कही जमीन के नाम पर आप भी तो पैसे देकर नहीं फंसे है? नीलगिरी इंफ्रासिटी पर मुकदमा दर्ज हुआ है...
वाराणसी, भदैनी मिरर। जनपद में कम्पनी बनाकर बड़े-बड़े होल्डिंग और इश्तेहार के माध्यम से आशियाना देने का वादा करने वाली कंपनियों के चिकनी-चुपड़ी बातों में मत आइये। छोटे प्लॉट पर अपना काम दिखाकर बड़े प्लॉट का नक्शा बनवाकर जनता को ठगने वाला गिरोह तेजी से पांव पसार रहा है। कम से कम आप जमीन के कागजात की अपने स्तर पर जांच करा लें। कुछ दिन पहले आपने नटवरलाल साबित हुए साईन सिटी का नाम तो सुना ही होगा, जिसका एमडी जनता का पैसा डकार कर विदेश में बैठा है। लखनऊ सहित पूर्वांचल के कई जनपदों में मुकदमा दर्ज होने के बाद जब कैंट पुलिस का हंटर चला तो साइन सिटी के राज का पर्दाफाश हुआ। अब चेतगंज थाना क्षेत्र के मलदहिया इंडियन प्रेस कॉलोनी स्थित नीलगिरी इंफ्रासिटी के मालिक विकास सिंह, पत्नी रितु, मैनेजर प्रदीप यादव व एक अन्य के विरुद्ध एसपी सिटी विकास चन्द्र त्रिपाठी के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
आरोप है कि चेक और आरटीजीएस के माध्यम से पैसे लेकर भी पिछले पांच सालों से कंपनी के मालिक ने न तो पैसे दिए और न ही जमीन दिया। जब पीड़ित कम्पनी से लगातार संपर्क कर लगे तो उल्टे कम्पनी मालिक ने धमकी देना शुरु कर दिया है। शहर के दंत रोग विशेषज्ञ लंका के नगवां निवासी ड़ॉ. प्रद्युम्न राय ने एसपी सिटी को दिए शिकायत पत्र में लिखा है की नीलगिरी ने पड़ाव स्थित एक प्लॉट का नक्शा और जमीन दिखाकर हमसे 7 लाख 20 हजार 720 रुपये, हमारे मित्र मुंगलसराय निवासी प्रशांत कक्कड़ से 5 लाख 25 हजार और जनपद मऊ निवासिनी सुमन सिंह से 7 लाख 28 हजार रुपये चेक और आरटीजीएस से पैसे ले लिए और स्टैंप पर नोटेरियल करवाया। समय बीतने के बाद जब पता किया गया तो इसके नीलगिरी के प्लाट पर वीडीए का बुल्डोजर चलने गया। जब कंपनी से संपर्क किया गया तो मालिक न तो अब पैसे लौटा रहा और न ही जमीन दे रहा बल्कि हम पीड़ितों को धमकी दे रहा।
" इंस्पेक्टर चेतगंज संध्या सिंह ने बताया कि तीनों पीड़ितों की शिकायत पत्र के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आगे की कार्यवाई जारी है।"