NEET सॉल्वर गैंग में दो सदस्य और गिरफ्तार: 20-25 लाख में तय होती थी डील, CP बोले सरगना PK के बारे में मिली अहम जानकारी
वाराणसी, भदैनी मिरर। राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा National Entrance Cum Test (NEET) परीक्षा में सॉल्वर गैंग के शातिर ग्राम बेला सिमरी थाना खगड़िया बिहार निवासी विकास कुमार महतो और फ़ोटो शॉपर ग्राम चंदवारा पोस्ट देना थाना काकू जनपद जहानाबाद बिहार निवासी राजू कुमार को क्राइम ब्रांच और सारनाथ पुलिस ने डूडा ऑफिस सारनाथ से गिरफ्तार किया है। दोनों के कब्जे से NEET परीक्षा से संबंधित अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेज, फोटोग्राफ, आधार कार्ड एवं एडमिट कार्ड के अलावा 2 मोबाइल फ़ोन व एक लैपटॉप बरामद हुआ है। इस मामलें में पुलिस ने हिना विश्वास की जगह परीक्षा दे रही काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के BDS के द्वितीय वर्ष की छात्रा जुली कुमारी और उसकी माँ बबिता कुमारी को सारनाथ के एक्जाम सेंटर से ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके अलावा बीएचयू छात्रा के भाई अभय कुमार महतो और लखनऊ स्थित केजीएमयू के चौथे वर्ष का छात्र मोहमदाबाद जनपद मऊ निवासी ओसामा की गिरफ्तारी की जा चुकी है। पुलिस ने गैंग के सरगना PK यानि की प्रेम कुमार के बारे में भी अहम जानकारी जुटा ली है। कमिश्नरेट पुलिस ने त्रिपुरा पुलिस से भी समन्वय स्थापित कर हीना बिस्वास और उसके पिता गोपाल विस्वास के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही है। जांच कर रही टीम को पता चला है कि हीना विस्वास के पिता दवा की दुकान के मालिक है।
तीन साल पहले PK के संपर्क में आया था विकास
विकास कुमार महतो ने पुलिस को बताया कि करीब 3 वर्ष पहले वह खगड़िया से पटना गया था। परीक्षा की तैयारी के दौरान उसका परिचय पीके उर्फ प्रेम कुमार उर्फ नीलेश से हुआ। जिसने विकास को परीक्षाओं में साल्वर बिठाकर परीक्षा पास कराने की तरकीब बताकर रुपये कमाने की बातें बताई। PK ने विकास को भरोसा दिया था कि मौका मिलने पर किसी परीक्षा में सॉल्वर बिठाकर उसे भी नौकरी लगवा देगा। इसी लालच में पीके उर्फ नीलेश के लिए विकास काम करने लगा। उसने पुलिस को यह भी बताया कि PK उर्फ नीलेश के साथ कई और लोग भी शामिल हैं। सॉल्वर बैठाकर Neet में एडमिशन के लिए केस कई लोग देते थे जिनमें से विकास लखनऊ के ओसामा शाहिद, अंशु सिंह और बबलू जो बिहार के हैं और बेंगलुरु में रहते हैं तथा देबू जो कि त्रिपुरा में रहता है को जानता है। यह पूरा गैंग नीट परीक्षा में बैठने वाले लड़के लड़कियों की तलाश करते है। जोकि फर्जी तरीके से परीक्षा पास करने के लिए इनसे संपर्क करते थे उनके डॉक्यूमेंट व फोटो और रुपए लेकर पीके उर्फ प्रेम कुमार और नीलेश को भेज देते थे। PK विकास तथा अपने साथियों पुष्पक कुमार, प्रमोद, अनूप व प्रवीन के माध्यम से सॉल्वरों की व्यवस्था करते थे और उनके फोटो लेकर असली अभ्यर्थी की फोटो से मिक्स करवा कर NEET परीक्षा का फॉर्म भरवाते थे।
5 लाख में तय होता था सॉल्वरों से सौदा
पकड़े गए विकास ने बताया पुलिस को बताया कि सॉल्वरों को परीक्षा में बैठने के लिए ₹5 लाख दिए जाते थे। असली अभ्यर्थियों के मां बाप से 20 से 25 लाख रुपए में डील तय होती थी। परीक्षा के पहले ही उनके सभी ओरिजिनल डॉक्युमेंट PK उर्फ नीलेश अपने पास मंगा कर गारंटी के लिए रख लेता था जो कि पैसा मिलने के बाद एडमिशन के समय पर पैसा मिलने के बाद वापस किया जाता था। PK उर्फ नीलेश रुपयों को अपने पिता के.बी.एन. सिंह के अकाउंट के अलावा अपने अन्य साथियों के अकाउंट नंबर में मंगाता था।
2 हजार में एडिट कर देता था फोटो
पकड़े गए फोटो शॉपर राजू कुमार ने पुलिस को बताया कि उसके छोटे भाई दीपक की फोटो स्टूडियो है। विकास कुमार महतो से राजू का परिचय 2019 में हुआ था। वह परीक्षाओं में पासपोर्ट साइज फोटो सजाने बनवाने आता था बाद में उसने अन्य लड़के लड़कियों की फोटो को मिक्स करके पासपोर्ट साइज फोटो बनाने को कहा। राजू को प्रति फोटो मिक्सिंग के लिए 2 हजार रुपए मिलते थे।
मुख्य सरगना भी जल्द होगा गिरफ्तार
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि इस गैंग का मुख्य सरगना PK उर्फ प्रेम कुमार असली नाम नीलेश जल्द ही हमारी गिरफ्त में होगा। इस सिंडिकेट से जुड़ा हर व्यक्ति गिरफ्तार किया जाएगा। साक्ष्य संकलन गहनता से की जा रही है, आरोप पत्र भी जल्द न्यायालय भेजे जाएंगे और प्रभावी पैरवी की जाएगी। त्रिपुरा पुलिस से भी कमिश्नरेट पुलिस संपर्क में है।