#Photos: साल के अंत तक 72.63 करोड़ की लागत से बन रहे बुद्धिस्ट सर्किट का काम हो जायेगा पूरा, जानें क्या होंगी पर्यटकों के लिए सुविधा
वाराणसी के सारनाथ में बुद्धिस्ट सर्किट काे विकसित करने का काम तेजी से चल रहा है। इतना ही नहीं यहां विकास कार्य के साथ इसे रोजगार से जोड़ने पर भी फोकस किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 72.63 करोड़ से बुद्धिस्ट सर्किट के विकास कार्य के लिए प्रो-पुअर प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था।
वाराणसी, भदैनी मिरर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदेश के धार्मिक स्थलों को विकसित कर उन्हे रोजगार से जोड़ने के विजन का असर दिखने लगा है। इसी कड़ी में योगी सरकार के निर्देशन में वाराणसी के सारनाथ में बुद्धिस्ट सर्किट काे विकसित करने का काम तेजी से चल रहा है। इतना ही नहीं यहां विकास कार्य के साथ इसे रोजगार से जोड़ने पर भी फोकस किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 72.63 करोड़ से बुद्धिस्ट सर्किट के विकास कार्य के लिए प्रो-पुअर प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था।
वर्ष के अंत तक पूरी हो जाएगी परियोजना
वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि सारनाथ में प्रो-पुअर प्रोजेक्ट का विकास कार्य तेजी से चल रहा है। इससे जहां एक ओर सारनाथ के आस पास रहने वालों की आय बढ़ेगी वहीं रोजगार के नये अवसर भी मिलेंगे। ईशा दुहन ने बताया कि पुरातत्व विभाग से एनओसी मिलने के बाद निर्माण कार्य ने और रफ़्तार पकड़ ली है। प्रो-पुअर पर्यटन विकास परियोजना के तहत सारनाथ बुद्धिस्ट सर्किट का विकास कार्य विश्व बैंक की सहायता से किया जा रहा है। वर्ष 2022 के अंत तक परियोजना पूरी होने की उम्मीद है। प्रोजेक्ट के तहत सारनाथ को टूरिस्ट फ्रेंडली बनाया जा रहा है। योजना में पर्यटकों की सुविधा के साथ स्थानीय लोगों के व्यापार का भी खास ध्यान रखा जा रहा है।
मिलेगी यह सुविधा
वीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि परियोजना के तहत सारनाथ उसके आसपास के चौराहों और तिराहों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा, जिसमें 29 स्मारकों को आपस में जोड़ना एवं जीर्णोद्धार का कार्य भी शामिल है। पर्यटकों की सुविधा के लिए सारनाथ में खूबसूरत पैडेस्ट्रियल पथ, पर्यटकों को बैठने के लिए आरामदायक जगह बनाई जा रही है। इसके अलावा स्ट्रीट लाइटिंग, हेरिटेज स्ट्रीट लाइट, फसाड लाइट, व्यवस्थित पार्किंग (बुद्धा थीम पार्क ) की व्यवस्था की जाएगी। वहीं स्थानीय ठेलों खोमचे वालों का पुनर्वास किया जाएगा, उनके लिए ख़ास कस्टमाइज़्ड मोबाइल व्हीकल की व्यवस्था होगी। हेरिटेज लुक वाले कियोस्क बनाए जाएंगे, जिसमें बनारसी समेत किसी देश विशेष के खानपान की सुविधा होगी। यहां सोविनियर, जीआई उत्पाद, ओडीओपी आदि की दुकानें भी होगीं।