हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ पंचकोशी यात्रा पर निकले श्रद्धालु, जाने मान्यता...

हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ पंचकोशी यात्रा पर निकले श्रद्धालु, जाने मान्यता...

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी की प्रसिद्ध पंचक्रोशी यात्रा पर महाशिवरात्रि से एक दिन पूर्व श्रद्धालु निकल गए। यह सबसे लंबी यात्रा है। यह यात्रा गंगा स्नान करने के बाद विश्वेश्वर दर्शन से शुरू होती है। यात्रा पांच कोश (11 मील) के घेरे में होती है। यात्री नदी तट के सभी तीर्थों का दर्शन कर दुर्गाकुण्ड से कंदवा में देवायतनों का दर्शन करते हैं, भीमचण्डी में दर्शन के बाद , रामेश्वर के दर्शन के बाद फिर अगला पड़ाव शिवपुर और कपिलधारा होते हुए आस्थावान साक्षी विनायक पहुंच कर यात्रा पूरी करते है। यात्रा के दौरान यात्री 108 तीर्थस्थलों और मंदिरों में जाकर दर्शन-पूजन करते हैं। जहां 56 शिवलिंग, 11 विनायक, 10 शिवगण, 10 देवियों, 4 विष्णुओं, 2 भैरवों और 15 अन्य तीर्थों में यात्री जाते हैं।


पिछले कुछ वर्षों में पंचकोशी यात्रा को लेकर युवाओं में भी आस्था बढ़ी है। इस यात्रा में अब वह भी बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे है। बुधवार की शाम ढलते ही श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद 'हर-हर महादेव' और 'बम-बम भोले' के उद्घोष से गूँजता रहा। पूरी रात श्रद्धालु मंदिरों में भगवान का दर्शन करते रहेंगे।