#Photos: सावन के पहले सोमवार पर बाबा के दर्शन को श्रद्धालुओं की अटूट कतार, श्री काशी विश्वनाथ पर जल और दुग्ध की अखंड धार...
वाराणसी,भदैनी मिरर। बाबा विश्वनाथ के अतिप्रिय मास श्रावण के पहले सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए रविवार रात से ही श्रद्धालुओं की कतार लग गई थी. मंदिर प्रशासन की ओर से भक्तों के लिए पूरी व्यवस्था की गई है. भक्तों के लिए जगह-जगह पानी, मेडिकल टीम, उद्घोषक के प्रबंध किए गए है. श्रद्धालुओं के उत्साह को देखते हुए भगवान इंद्र भी खुद को रोक नहीं पाए और आधी रात के बाद गरज-तड़क के साथ बाबा का अभिषेक करना शुरु किया. भूतभावन बाबा श्री काशी विश्वनाथ का पट भोर में मंगला आरती के बाद खोल दिया गया.
जिसके बाद श्रद्धालु
बाबा पर जल और दुग्ध की अखंड धार बहा रहे है. कोई बाबा को भांग धतूरा तो कोई बेलपत्र बढ़ाकर अपना रहा है. इनमें दूर-दराज से आए पुरुष व महिला कांवड़िया भी है. भक्तों ने दशाश्वमेध घाट पर गंगा स्नान के बाद पात्रों में जल भरकर काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर रवाना हुए. इस दौरान दशाश्वमेध, काशी विश्वनाथ मंदिर, चौक, ज्ञानवापी आदि मार्गों पर बोल-बम व हर-हर महादेव का उद्घोष भी करते रहे. इस बार अधिकमास होने से सावन दो महीने का है और आठ सोमवार पड़ रहे है.
परंपरानुसार श्री काशी विश्वनाथ का सावन के प्रत्येक सोमवार को विशेष श्रृंगार किया जाता है. मंदिर प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक पहले सोमवार की शाम सप्तऋषि आरती के बाद श्री काशी विश्वनाथ के चल प्रतिमा का श्रृंगार किया जाएगा. बाबा के मनमोहक छवि के दर्शन के लिए स्थानीय भक्तों की भी भीड़ होती है.
विभिन्न आरतियों और धार्मिक अनुष्ठान के लिए श्रावण मास के लिए निर्धारित शुल्क
- सुगम दर्शन - सामान्य दिन ₹ 500 - श्रावण सोमवार - ₹ 750
- मंगला आरती - सामान्य दिन ₹ 1000 - श्रावण सोमवार - ₹ 2000
- मध्याह्न भोग आरती - सामान्य दिन ₹ 500
- सप्तऋषि आरती - सामान्य दिन ₹ 500
- रात्रि श्रृंगार/ भोग आरती - सामान्य दिन ₹ 500
- रुद्राभिषेक 01 शास्त्री - सामान्य दिन ₹ 700 - श्रावण सोमवार - ₹ 700
- रुद्राभिषेक 05 शास्त्री - सामान्य दिन ₹ 2100 - श्रावण सोमवार - ₹ 3000
- श्रावण सन्यासी भोग - सामान्य दिन ₹ 4500 - श्रावण सोमवार - ₹ 7500
- श्रावण श्रृंगार - श्रावण सोमवार - ₹ 20,000