वाराणसी कमिश्नरेट की टीम को बड़ी सफलता: बच्चा चोरी गैंग के 5 और आरोपी झारखंड से गिरफ्तार, दो बच्चे बरामद...

वाराणसी कमिश्नर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. बच्चा चोरी गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर पुलिस ने दो बच्चों को बरामद किया है.

वाराणसी कमिश्नरेट की टीम को बड़ी सफलता: बच्चा चोरी गैंग के 5 और आरोपी झारखंड से गिरफ्तार, दो बच्चे बरामद...
बच्चा चोरी गैंग के लाल टीशर्ट में जगबीर बरनवाल, सफेद शर्ट में संतोष साव, लाल चुन्नी में गुड़िया, पीली साड़ी में अनुराधा और लाल साड़ी में संगीता।

वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है. भेलूपुर के रविंद्रपुरी रामचंद्र शुक्ल चौराहे से बच्चा चोरी प्रकरण में गिरफ्तार 10 अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर तीन नाबालिग बच्चों की बरामदगी हुई थी. गिरफ्तार 10 में तीन आरोपी सिंदुरिया पोखरी शिवदासपुर निवासी संतोष कुमार गुप्ता, उसकी पत्नी की बहन शिखा देवी और राजस्थान निवासी मनीष कुमार जैन के पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ में के बाद झारखंड से 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर दो नाबालिग बच्चों को बरामद करने में सफलता सर्विलांस प्रभारी इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय, विवेचक दुर्गाकुंड चौकी प्रभारी आनंद चौरसिया, दरोगा सौरभ पाण्डेय, दरोगा श्रीराम उपाध्याय को मिली है. 

शिखा मोदनवाल है मास्टर माइंड

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जगवीर बरनवाल, अनुराधा देवी, गुड़िया देवी, संतोष साव, संगीता देवी निवासी चन्दवारा जिला कोडरमा झारखण्ड के रुप में हुई है. आरोपियों को पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेकर वाराणसी आ रही है. आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया की हमलोगों का एक गिरोह है. हमारे गैंग के पूर्व में गिरफ्तार सन्तोष गुप्ता एवं विनय मिश्रा ने नाबालिग छोटे बच्चों को चोरी कर शिखा मोदनवाल के माध्यम से जगवीर बरनवाल व अनुराधा आदि को 2 से 3 लाख रूपये में बेच देते हैं तथा ये लोग नाबालिग बच्चों को नि:संतान दम्पत्तियों को 4 से 5 लाख रूपये में राजस्थान, बिहार, झारखण्ड आदि स्थानों के दलालों के माध्यम से बच्चे को बेच देते है जो पैसा मिलता है उसमें आपस में बाट लेते है.

पुलिस ने बताया के इस गिरोह के अन्य सदस्यों के सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है और इनके द्वारा अन्य चोरी किए गए बच्चों के सम्बन्ध में जानकारी कर बरामदगी के प्रयास अभी भी जारी हैं. गिरफ्तार करने वाली वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट टीम को प्रयागराज और मिर्जापुर पुलिस का भी सहयोग मिला है.