UP-STF ने सेना भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले सरगना सहित 2 को किया गिरफ्तार...
आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर जनता को ठगने वाले सरगना सहित 2 को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP-STF) ने वाराणसी के कैंट स्थित सेंट मैरिज स्कूल के पास से गिरफ्तार किया है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP-STF) ने बुधवार को सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए सरगना सहित 2 आरोपियों को थाना कैंट के सेंट मैरिज स्कूल के पास से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अमित कुमार चौधरी निवासी सुन्दर बिहार हनुमान मन्दिर के पास कोकर, रांची झारखण्ड और सचिन कुमार पाण्डेय निवासी न्यू हैदर अली रोड बजरंगनगर, रांची झारखण्ड के रुप में हुई है. एसटीएफ ने इनके पास से रेलवे का 5 फर्जी नियुक्ति पत्र, चार मोबाइल, 7 हजार रुपए नगद के अलावा स्वीफ्ट डिजायर कार बरामद की है.
MI से मिली UP-STF को जानकारी
यूपी एसटीएफ को पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के वाराणसी़ एवं इसके आस-पास के जनपदों के साथ-साथ हैदराबाद, नई दिल्ली, कोलकाता, भुवनेश्वर, लखनऊ आदि में आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजों के एक अन्तर्राज्यीय गिरोह द्वारा बेरोजगार युवकों को ठगने की सूचना ‘मिलिट्री इन्टेलीजेन्स’ (MI) वाराणसी से प्राप्त हुई थी. इस पर एसटीएफ की वाराणसी इकाई को यह टास्क दिया गया. जिसके बाद यूपी एसटीएफ के वाराणसी यूनिट में तैनात निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई. आर्मी में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का सरगना अमित कुमार चौधरी अपने गैंग के कुछ साथियों के साथ कैण्टोमेंट एरिया के डाक बंगले में मुरादाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, पंजाब व महाराष्ट्र के लड़को को मिलिट्री इंजिनियरिंग सर्विस (MES) की फर्जी परीक्षा लेकर ठगी करने के लिये बुलाया है. सूचना पर निरीक्षक अनिल सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ वाराणसी की टीम मौके पर पहुॅंचकर पता किया तो ज्ञात हुआ की यह लोग चेक आउट करके चले गये है. जिसके बाद वहां मौजूद लड़कों की निशानदेही पर टीम ने गाडी का पीछा करके आवश्यक बल प्रयोग करते हुए थाना कैंट के सेंट मैरिज स्कूल के पास से गिरफ्तार कर लिया.
इंटरव्यू लेकर देते थे फर्जी ज्वाइनिंग लेटर
गिरफ्तार सरगना अमित कुमार चौधरी ने बताया की कैण्टामेण्ट एरिया में स्थित डाक बंगला के अन्दर कमरा बुक कराकर विभिन्न प्रांतो के लड़को को बुलाकर मिलिट्री इंजिनियरिंग सर्विस (MES) की फर्जी परीक्षा लेकर उनका फिंगर प्रिंट लेते थे. इसके उपरान्त कबीरचौरा मण्डलीय चिकित्सालय से मेडिकल कराकर फर्जी ज्वानिंग लेटर देकर भर्ती के नाम पर लाखों की वसूली करते हैं. यह लोग ये काम सालों से कर रहे हैं. गैंग का एक सदस्य राकेश कुमार बिष्ट एम.ई.एस. की फर्जी आई.डी. दिखाकर लडकों को फंसाकर लाता है. डाक बंगला में पहचान के लोगों के माध्यम से आराम से कमरा बुक हो जाता है. डाक बंगला कैण्टोमेण्ट क्षेत्र में होने के कारण भर्ती होने आये लडके उसे मिलिट्री का ऑफिस समझकर परीक्षा देते हैं और विश्वास कर लेते है कि सब सही काम हो रहा है. इसी दौरान ये लोग अभ्यर्थियों से 1 से 2 लाख रूपये एकाउण्ट में मंगवा लेते है. रूपये मंगवा लेने के बाद सरकारी अस्पताल कबीरचौरा में मेडिकल करवा देते है और उसके बाद 4 लाख रूपये की मांग करते हैं. पैसा मिल जाने के बाद फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र उनके पते पर भेज देते है. गिरफ्तार अभियुक्तों के अलावा गिरोह में संलिप्त अन्य सदस्यों के सम्बन्ध में जांच की जा रही है. गिरफ्तार आरोपियों के विरूद्ध थाना कैण्ट जनपद वाराणसी में अभियोग पंजीकृत कर कार्रवाई की जा रही है.