BHU के न्यूरोलॉजिस्ट प्रोफेसर विजयनाथ मिश्र बोले - युवा भी हो रहे है अल्जाइमर रोग से ग्रसित, पहले उम्रदराजों को होती थी यह बीमारी...

अल्जाइमर रोग 'भूलने का रोग' है।  इस बीमारी के लक्षणों में याददाश्त की कमी होना, निर्णय न ले पाना, बोलने में दिक्कत आना तथा फिर इसकी वजह से सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं की गंभीर स्थिति आदि शामिल हैं।

BHU के न्यूरोलॉजिस्ट प्रोफेसर विजयनाथ मिश्र बोले - युवा भी हो रहे है अल्जाइमर रोग से ग्रसित, पहले उम्रदराजों को होती थी यह बीमारी...

वाराणसी,भदैनी मिरर। अल्जाइमर रोग 'भूलने का रोग' है।  इस बीमारी के लक्षणों में याददाश्त की कमी होना, निर्णय न ले पाना, बोलने में दिक्कत आना तथा फिर इसकी वजह से सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं की गंभीर स्थिति आदि शामिल हैं। उक्त बातें विश्व अल्जाइमर दिवस के अवसर पर बीएचयू के ख्यात न्यूरोलॉजिस्ट प्रो विजय नाथ मिश्र ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगो को जागरूक करते हुए बताई। 

प्रो मिश्र ने बताया की यह एक ऐसी बीमारी है जिसके लक्षण सबसे पहले आपको स्वयं ही पहचानने होंगे या फिर आपके घर में इस बीमारी से कोई ग्रसित है तो उनमें कुछ लक्षण जैसे व्यवहार में बदलाव, कार्य करने के समयबद्ध तरीके में बदलाव, रहन सहन में बदलाव, आदि दिखने लगे तो यह समझ लेना चाहिए की वह अल्जाइमर रोग से ग्रस्त है।

प्रो मिश्र ने बताया की अल्जाइमर बढ़ती उम्र के लोगों में या वृद्धावस्था में देखा जाता था। लेकिन आजकल यह बीमारी युवाओं में भी देखने को मिलने लगी है। उन्होंने बताया की इसका इलाज सम्भव है इसलिए इसके लक्षण दिखते ही तत्काल न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें और समय से इसका इलाज कराएं।

प्रो मिश्र ने कहा की वृद्धावस्था में यदि किसी को यह बीमारी होती है तो हमें उनकी सहायता भी जरूर करनी चाहिए और ऐसी बीमारी के लोगों के लिए एक आईडी कार्ड बनाकर जिसमें उनका नाम, पता और नम्बर लिखा हो उन्हें दे देना चाहिए ताकि वह कहीं भी जाएं और अगर यह समस्या हो तो उनके आईडी की मदद से उन्हे उनके घर तक भेजा जा सके।