CM से मिलेंगे नाराज महंत: अक्षयवट हनुमान मंदिर के महंत परिवार का आरोप, वादाखिलाफी कर रहा मंदिर प्रशासन...
वाराणसी,भदैनी मिरर। विश्वनाथ कॉरिडाेर के चल रहे निर्माण कार्य के दौरान क्षतिग्रस्त हुए अक्षयवट हनुमान मंदिर के हिस्से और प्रतिमा हटाने को लेकर चार दिनों से चल रहे धरने को मुख्यमंत्री के आगमन से पहले मंदिर प्रशासन ने महंत परिवार को सीएम से मिलवाने का आश्वासन देकर रुकवा दिया है। धरने पर बैठे अक्षयवट हनुमान मंदिर के महंत परिवार की मांग थी कि मंदिर को ठीककर मूर्ति को यथास्थान ही विराजमान किया जाए। नहीं तो महंत परिवार आत्महत्या के लिए विवश होगा।
वहीं मुख्यमंत्री आगमन से पहले काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकरी सुनील वर्मा ने धरनारत महंत परिवार के सदस्यों को चित्रा स्थित मंदिर कार्यालय बुलाकर वार्ता की। जी विफल रही। वहीं महंत परिवार ने सीईओ वर्मा से सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने की मांग पर अड़ा रहा। जिस पर उन्हें यह आश्वासन दिया गया कि सीएम योगी से वह महंत परिवार की मुलाकात कराएंगे। इसके बाद धरना समाप्त हो गया।
महंत परिवार का आरोप था कि कॉरिडोर का कार्य शुरु करने के वक्त ही अक्षयवट वृक्ष को पहले ही ढहा दिया गया। वहीं, मंदिरों के छत पर तोड़-फोड़ दौरान कल्कि भगवान, ललिता गौरी सहित कई शिवलिंग टूट गए थे। यहां के विग्रह और टूटी प्रतिमाएं मंगलवार को दूसरी जगह पर शिफ्ट की जा रहीं थी। इस पर महंत परिवार ने पीएसी और मंदिर प्रशासन पर मनमानी करने और लापरवाही का आरोप लगाया था। बुधवार की सुबह जानकारी होते ही मंदिर महंत परिवार मौके पर पहुंचकर विरोध जताना शुरू कर दिया। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारियों ने जिस बात को लेकर सुंदरीकरण के लिए लिखित एग्रीमेंट किया था उससे मुकर गए हैं। आरोप लगाया कि अधिकारियों ने सभी विग्रहों को यथास्थान स्थापित करने का लिखित आश्वासन दिया था। लेकिन, आज तक कुछ नहीं हुआ, उलटे विग्रह ही हटा दिए गए। महंत परिवार के हरि गोपाल पाठक ने बताया कि हमारी मांग यही की जो एग्रीमेंट हुआ है उसी के आधार पर काम हो। धरने में महंत परिवार से सावित्री मिश्रा, नील कुमार मिश्रा, मुन्ना पाठक, कमल मिश्रा, राजू पाठक, रमेश गिरी, प्रिंस मिश्र, रोहित और राजू सहित अन्य सदस्य शामिल रहे।