लड़की से बात करना दोस्त को लगता था बुरा तो चाकू से गोदकर उतारा मौत के घाट, हुए गिरफ्तार...
दोस्त का लड़की से बात करना इतना नागवार गुजरा की उसने अपने चचेरे भाई संग मिलकर योजना बनाई और उसे चाकू से गोदकर मौत की नींद सुला दिया. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर उसके पास से चाकू और ब्लूटूथ बरामद किया है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। दो दिन पहले महमूदपुर थाना लोहता निवासी परवेज आलम का गला रेतकर रेलवे ट्रैक पर फेकने के मामले में दर्ज हत्या के मुकदमें में लोहता पुलिस ने मृतक के दोस्त शहजादे व ताहिर को गिरफ्तार कर लिया है. मृतक परवेज के पिता गुलाम साबिर ने आरोप लगाया था की शहजादे व ताहिर ने परवेज को बुलाकर रेलवे ट्रैक चंदापुर के पास गला काट कर हत्या कर दी और शव को रेलवे पटरी पर रखकर आत्महत्या दिखाने का प्रयास किये है. पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों मुखबिर की सूचना पर धन्नीपुर तिराहे के पास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोपी शहजादे की निशानदेही पर रेलवे पटरी ग्राम भिटारी के पास झाड़ी से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चाकू व मृतक का ब्लू टूथ बरामद किया है.
लड़की से बात करना परवेज को लगता था बुरा
पूछताछ के दौरान आरोपी शहजादे ने बताया कि वह गांव की एक लड़की से बातचीत करता था तो परवेज को बुरा लगता था. परवेज इसकी शिकायत शहजादे के घरवालो से करता रहता था. जिससे शहाजदे ने गुस्से में अपने चाचा के लड़के ताहिर से पूरी बात बताई और कहा की परवेज की वजह से मेरी बहुत बेइज्जती होती है. उसके बाद परवेज को रास्ते से हटाने की दोनों ने मिलकर योजना बना ली. 17 जुलाई 2022 को समय लगभग 6 बजे शाम को चंदापुर रेलवे ट्रैक के पास शहजादे व ताहिर मिलकर योजना के तहत परवेज को बुलाकर चाकू से गोद कर हत्या कर दिये और परवेज के शव को रेलवे पटरी पर लेटा कर चले गये थे. जिससे लोग ट्रेन हादसा समझे. जब परवेज मर गया तो उसके जेब में रखा हुआ 2 हजार रुपये, मोबाइल, आधारकार्ड व उसका ब्लू टूथ भी आरोपी लेकर भाग गये थे.
गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाध्यक्ष राजेश सिंह, दरोगा अश्वनी कुमार मिश्र, दरोगा सुशील कुमार पाण्डेय, प्रशिक्षु दरोगा सन्दीप कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल विनय कुमार यादव, हेड कांस्टेबल शिवाजी सिंह, हेड कांस्टेबल दीपक सिंह, कांस्टेबल अजीत कुमार शामिल रहे.