Covid काल में सावधानी बरतें टीबी रोगी, 4724 मरीज है क्षय रोग के शिकार...

Covid काल में सावधानी बरतें टीबी रोगी, 4724 मरीज है क्षय रोग के शिकार...

वाराणसी,भदैनी मिरर। कोरोना काल में सभी को सतर्कता बरतनी जरूरी है, लेकिन टीबी (क्षय रोग) के रोगियों को अतिरिक्त सावधानी की जरूरत है। विशेषकर उन मरीजों को जो पहले से फेफड़ों की समस्या से जूझ रहे हैं । यह कहना है जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ राहुल सिंह का। 


जिला क्षय रोग‌ अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को अपना शिकार बना रहा है, इसलिए टीबी मरीजों में संक्रमण का खतरा अन्य मरीजों से कई गुना ज्यादा होता है। जरूरी है कि मरीज बहुत आवश्यक हो, तभी घर से बाहर निकले। मास्क और शारीरिक दूरी का पालन करें। किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए मास्क का उपयोग जरूरी होता है। 


उन्होने बताया कि दो सप्ताह या उससे अधिक समय से लगातार खाँसी का आना, खाँसी के साथ बलगम का आना, बुखार आना (विशेष रूप से शाम को बढ़ने वाला), वजन का घटना, भूख कम लगना, सीने में दर्द, बलगम के साथ खून आना आदि इसके मुख्य लक्षण हैं। उपरोक्त लक्षण अगर किसी भी व्यक्ति में आते हैं तो तत्काल अपने नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपने बलगम की जांच कराकर निःशुल्क चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त कर बीमारी से बच सकते हैं। 


 डॉ राहुल सिंह ने बताया कि वर्तमान में जिले में वर्तमान में 4724 टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है । टीबी के मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले से कम होती है इसलिए ऐसे समय मे टीबी मरीज घर से बाहर न निकले और जब निकलें तो हमेशा मास्क पहने रहे । उन्होने बताया कि जनपद में समस्त एमडीआर मरीजों को फ़ोन से संपर्क किया जा रहा है और दवा आदि न होने पर उनको दवा भी नजदीकी ब्लॉक के टीबी यूनिट से पहुंचाई जा रही है। 


टीबी मरीजों की हो रही जांच -

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि टीबी मरीजों की अनिवार्य रूप से कोविड-19 की जांच की जा रही है । क्षय रोग विभाग जिले में पूरी तत्परता से टीबी मरीजों को कोरोना के प्रति जागरूक कर रहा है। खांसने और छिकने से संपर्क में आने से टीबी और कोरोना के फैलने का खतरा है । इसलिए हम अगर मास्क लगाते हैं तो वह दोनों से हमारी रक्षा करता है।