ठेला पटरी दुकानदारों ने नगर निगम के खिलाफ अतिक्रमण हटाने का किया विरोध, पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप

बीएचयू लंका-नरिया मार्ग पर ठेला और पटरी पर दुकान लगाने वाले व्यापारियों ने शनिवार को नगर निगम सिगरा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. ठेला व्यापारियों का आरोप है कि अतिक्रमण के नाम पर उनकी दुकानों को हटाया जा रहा है

ठेला पटरी दुकानदारों ने नगर निगम के खिलाफ अतिक्रमण हटाने का किया विरोध, पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप

वाराणसी, भदैनी मिरर। बीएचयू लंका-नरिया मार्ग पर ठेला और पटरी पर दुकान लगाने वाले व्यापारियों ने शनिवार को नगर निगम सिगरा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. ठेला व्यापारियों का आरोप है कि अतिक्रमण के नाम पर उनकी दुकानों को हटाया जा रहा है और उनका उत्पीड़न किया जा रहा है.

गोमती व्यवसाई समिति के अध्यक्ष चिंतामणि सेठ ने बताया कि वे नगर आयुक्त से मिलने और ज्ञापन देने आए थे, लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई. उन्होंने बताया कि पथ विक्रेता (जीविका सुरक्षा एवं पथ विक्रय विनियमन) अधिनियम 2014 के तहत टाउन वेंडिंग कमिटी (TVC) बनाई गई है, जिसका अध्यक्ष नगर आयुक्त होता है. इस कमिटी का दायित्व पटरी दुकानदारों को व्यवस्थित करना, वेंडिंग जोन बनाना और अन्य संबंधित कार्य करना है, जिसमें पुलिस का हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है.

सेठ ने बताया कि लंका बीएचयू अस्पताल के पास दुकानदारों को 50 मीटर छोड़कर पटरी पर दुकान लगाने का नक्शा भी दिया गया था और 2020 में वेंडिंग सर्टिफिकेट भी जारी किया गया था, जिसमें बीएचयू गेट पर उनके व्यवसाय करने का अधिकार सुनिश्चित किया गया है. इसके बावजूद 3 सितंबर से लंका थाने की पुलिस उनका उत्पीड़न कर रही है, उन्हें पीट रही है और उनका सामान जब्त कर रही है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री वेंडर्स को पीएम स्वनिधि निधि के तहत आत्मनिर्भर बनाने की बात करते हैं, लेकिन उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ही वेंडर्स को उजाड़ा जा रहा है. सेठ ने नगर निगम से अपील की कि जब तक वेंडिंग जोन बनाकर प्रमाण पत्र जारी नहीं किए जाते, तब तक पुलिस को हस्तक्षेप नहीं करने दिया जाए.