भारत के वीर सपूतों की याद में नभ में जगमगाए आकाश दीप, गंगा तट पर गंगा सेवा निधि ने आसमान में स्थापित किया 21 दीपक

दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि द्वारा वीर शहीदों की स्मृति में आकाशदीप प्रज्वलित किए गए.

भारत के वीर सपूतों की याद में नभ में जगमगाए आकाश दीप, गंगा तट पर गंगा सेवा निधि ने आसमान में स्थापित किया 21 दीपक

वाराणसी, भदैनी मिरर। दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि द्वारा वीर शहीदों की स्मृति में आकाशदीप प्रज्वलित किए गए. इस अवसर पर पुलिस, सेना के जवानों के साथ-साथ समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े लोग भी उपस्थित रहे.

गंगा सेवा निधि के सुशांत मिश्रा ने बताया कि पिछले 25 वर्षों से कारगिल विजय दिवस की स्मृति में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. पूरे कार्तिक मास के दौरान शहीद जवानों की आत्मिक शांति के लिए मां गंगा से प्रार्थना की जाती है और उनके सम्मान में बांस की टहनियों पर गंगा तट के किनारे आकाशदीप जलाए जाते हैं.

उन्होंने आगे बताया कि देव दीपावली के दिन एक भव्य आयोजन भी होता है, जिसमें काशी के घाटों पर राजपथ जैसा दृश्य देखने को मिलता है.

बता दें कि काशी में कार्तिक मास के दौरान आकाशदीप जलाने की परंपरा सदियों पुरानी है. मान्यता है कि पितृ पक्ष के बाद, जब पितर स्वर्गलोक लौटते हैं, तो उनके मार्ग को आलोकित करने के लिए पूरे एक महीने तक दीप जलाए जाते हैं. पंचगंगा घाट, आदिकेशव घाट, राजघाट, दशाश्वमेध घाट, केदार घाट, अस्सी घाट सहित काशी के अन्य घाटों पर कार्तिक मास में आकाशदीप तारों की तरह गंगा तट के किनारे टिमटिमाते दिखाई देते हैं.

कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर गणपति वंदना और देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए गए. इसके बाद गंगा सेवा निधि के संस्थापक स्व. पं. सत्येंद्र मिश्र को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र, सचिव सुरजीत सिंह, कोषाध्यक्ष  आशीष तिवारी और सदस्य पं. इंदूशेखर शर्मा ने वीर योद्धाओं को नमन करते हुए मुख्य अतिथियों का स्वागत किया.

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी, एयर कमोडोर कुणाल काला, ब्रिगेडियर कर्नल के.एम. सिंह, DIG श्री मनोज कुमार शर्मा, और CRPF, RPF के अधिकारी शामिल हुए.

कार्यक्रम का समापन सचिव सुरजीत कुमार सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।