छात्राओं ने ली पटाखें न फोड़ने की शपथ, मिट्टी के ही दीपक जलाने का लिया संकल्प...
कोरोना संक्रमण काल के दौरान ऑक्जिसन की किल्लत को याद करते हुए सामाजिक संस्थाएं वाराणसी (Varanasi) में जागरूक कर रही है। उनका कहना है कि कोरोना के संक्रमण से जो लोग संक्रमित हुए है वह आज भी कई गम्भीर बीमारियों से जूझ रहे है।
वाराणसी,भदैनी मिरर। दीपावली से पहले वायु और ध्वनि प्रदूषण से लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए सामाजिक संस्था सुबह-ए- बनारस क्लब आगे आया है। मैदागिन स्थित हरिश्चंद्र बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज के प्रांगण मे जीवन के लिए सांसे है जरुरी-पटाखों से बनाओ दूरी, के नारो के साथ स्कूली छात्राओं के हाथों में पोस्टर बैनर एवं प्रतीकात्मक रूप से मिट्टी के दीये देकर शपथ दिलाया। छात्रों ने शपथ लिया कि वह इस बार दीपावली पटाखा ना फोड़कर मिट्टी के दीए के साथ मनाएगी, और उसके लिए दूसरों को भी प्रेरित करेगी।
अध्यक्ष मुकेश जायसवाल कहा कि दूसरी लहर के तहत आए अप्रैल-मई माह के कॉल ग्रसित कोरोना कॉल के महामारी ने कितने लोगों की बली लेने के बाद गंभीर रूप से शिकार हुए लोगों को ऑक्सीजन की कमी और संक्रमित फेफड़ों की बीमारी के कारण मौत रूपी काल के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया था। ईश्वरी कृपा से बचे ऐसे लोग नाना प्रकार के फेफड़ा एवं सांस संबंधित बीमारी से अभी भी त्रस्त है। ऐसे में जन जागरूकता के तहत हमें शपथ लेना होगा कि इस बार की दीपावली पर हम ना तो पटाखा फोड़ेंगे, और ना तो किसी को अपील के माध्यम से फोड़ने देंगे। हम सभी से पटाखा से दूरी बनाकर मिट्टी के दीये को जलाते हुए दीपावली मनाने की अपील करेंगे। तनऔर मन को स्वस्थ रखने के लिए हमें धुएं और तेज धमाके वाले पटाखों से दूरी बनानी होगी। पर्यावरण को साफ सुथरा और प्रदूषण मुक्त रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।
काशी के लोगो से अपील है की इस बार दीपावली के इस महान पर्व को पटाखों से ना मनाकर दिए की जममग दीपावली के साथ मनाना चाहिए। बड़ा ही कष्टदायक पीड़ा यह है कि इस महामारी ने ना जाने कितने परिवारों के चिरागों को बुझा दिया। कोरोना के इस महामारी में जो लोग अकारण काल के मुंह में समा गए आओ हम उनकी याद में सच्ची श्रद्धांजलि के तहत एक दिया जलाए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, डॉ अशोक कुमार राय, महासचिव राजनसोनी, प्रधानाचार्या डा०प्रियंका तिवारी, कोषाध्यक्ष नंदकुमार टोपी वाले, उपाध्यक्ष अनिल केसरी, हेमा शक्ति फाउंडेशन की अध्यक्षा हेमा शर्मा, प्रदीप गुप्त सहित कॉलेज की छात्राएं शामिल थी।