काशी में संघ प्रमुख: कल गंगा आरती में होंगे शामिल, बोले हिंदू राष्ट्र के उत्थान के लिए सनातन धर्म का उत्थान जरुरी...

Sangh chief in Kashi Tomorrow will be involved in Ganga Aarti said upliftment of Sanatan Dharma is necessary for the upliftment of Hindu nationकाशी में संघ प्रमुख: कल गंगा आरती में होंगे शामिल, बोले हिंदू राष्ट्र के उत्थान के लिए सनातन धर्म का उत्थान जरुरी...

काशी में संघ प्रमुख: कल गंगा आरती में होंगे शामिल, बोले हिंदू राष्ट्र के उत्थान के लिए सनातन धर्म का उत्थान जरुरी...

वाराणसी, भदैनी मिरर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत गुरुवार शाम दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल होंगे। पांच दिवसीय प्रवास पर बुधवार सुबह वाराणसी पहुंचे डॉ. भागवत ने विश्व संवाद केंद्र में कुछ देर रुक विश्राम किया। इसके बाद गाजीपुर जिले के सिद्धपीठ हथियाराम मठ के लिए रवाना हुए। वहां दर्शन-पूजन के बाद वे शाम को फिर वाराणसी लौटें। वाराणसी में पांच दिवसीय प्रवास के दौरान डॉ. भागवत संगठनात्मक बैठक, कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता और पर्यावरण जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे। इस दौरान शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों पर विमर्श के साथ काशी प्रांत में शाखा विस्तार, संघ की गतिविधियों और आयामों पर भी बातचीत करेंगे। डॉ. भागवत शुक्रवार को दो सत्रों में काशी प्रांत के प्रचारकों के साथ बैठक करेंगे। शनिवार सुबह बौद्धिक, संपर्क, प्रचार और सेवा विभाग के कार्यकर्ताओं के साथ भी बैठक करेंगे। प्रवास के अंतिम दिन 27 मार्च (रविवार) को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में प्रवासी कार्यकर्ताओं के साथ कुटुंब स्नेह मिलन कार्यक्रम में शामिल होंगे। देर रात वह लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।

इस दौरान संघ प्रमुख ने कहा कि यह देश संत और सनातन धर्म की नगरी है। यहां के लोगों में हमेशा आध्यात्मिक अनुभूति होती है। यहां हथियाराम में सिद्धिदात्री बुढ़िया माता का साक्षात दर्शन होता है। उन्होंने कहा कि संत सरल तरीकों से परमाणु ऊर्जा की तरह दूसरों को शक्ति की अनुभूति कराते हैं। संतों का विचार बहुत बड़ा होता है। जिससे सनातन धर्म का उत्थान होता है। सनातन धर्म का उत्थान होता है तो हिंदू राष्ट्र का उत्थान होता है।

उन्होंने भारत देश की विशालता पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत बहुत बड़ा है। इसके बड़ा होने की वजह यहां के लोग ही हैं। आगे कहा कि धर्म के केंद्र पर आने से बैटरी चार्ज हो जाता है। इसलिए ऐसे केंद्रों पर आते रहना चाहिए। विन्सटन चर्चिल का जिक्र कर संघ प्रमुख ने कहा कि जब वे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने थे तो वहां की जनता ने उन्हें शेर कहा था। जिस पर चर्चिल ने जनता को कहा था कि असली शेर तो आप हैं। आप की ऊर्जा से हम दहाड़ते हैं।

इसी क्रम में कहा कि देश के अंदर नियति अपना कार्य कर रही है। इसलिए लोगों को नियति का पालन करना चाहिए। रामसेतु के निर्माण में भी गिलहरी का बहुत बड़ा किरदार था। अगर गिलहरी अपने बेटे को यह बताई होती कि हमारे दादा-दादी ने भी रामसेतु में अहम भूमिका निभाई थी तो उसके बच्चे भी उसकी चर्चा करते।