विश्व क्षय रोग दिवस: खतरनाक संक्रमण रोग है टीबी, बोले डॉक्टर एस.के. पाठक इलाज में लापरवाही जान पर पड़ती है भारी...

World Tuberculosis Day. TB is a dangerous infectious disease. said Dr. SK. Reader Negligence in treatment takes a toll on life. विश्व क्षय रोग दिवस प्रत्येक वर्ष 24 मार्च को मनाया जाता है. टीबी एक खतरनाक टीबी रोग है.

विश्व क्षय रोग दिवस: खतरनाक संक्रमण रोग है टीबी, बोले डॉक्टर एस.के. पाठक इलाज में लापरवाही जान पर पड़ती है भारी...

वाराणसी,भदैनी मिरर। विश्व क्षय रोग (टी.बी.) दिवस प्रत्येक वर्ष 24 मार्च को मनाया जाता है। क्षय रोगियों को लेकर बुधवार को ब्रेथ ईजी चेस्ट सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल अस्सी के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर एस.के. पाठक ने कहा कि टीबी अब लाइलाज नहीं है, इसका इलाज संभव है। उन्होंने कहा कि टीबी बीमारी को ठीक होने में 6 से 8 माह का समय लगता है और मरीज  पूर्णत: ठीक हो जाता है I 

टीवी, श्वास और फेफड़ा के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर एस. के. पाठक

टीबी खतरनाक संक्रामक बीमारी है

डॉ. पाठक ने बताया कि एक आंकड़े के अनुसार साल 2020 में 15 लाख लोग टीबी की वजह से अपनी जान से हाथ धो बैठे। टीबी दुनिया के सबसे घातक संक्रामक रोगों में एक है। हर दिन 4100 से अधिक लोग टीबी से अपनी जान गंवाते हैं और करीब 28 हजार लोग इस रोकथाम योग्य और इलाज योग्य बीमारी से बीमार पड़ते हैं। डॉ. पाठक ने टीबी का लक्षण बताया कि इसमें दो हफ्तों से ज्यादा खासी और शाम के समय अक्सर बुख़ार का आना, कफ में खून या बलगम का आना, लगातार वजन का घटना इसके मुख्य लक्षण है। 

इलाज में लापरवाही से होता है एमडीआरटीवी

डॉक्टर एस. के. पाठक ने बताया कि टीबी के इलाज में लापरवाही बरतने पर एमडीआर टीबी का खतरा बढ़ जाता है। एमडीआर टी.बी का ही एक खतरनाक रूप होता है जिसमें टी.बी. के कीटाणु पर टी.बी की नार्मल दवाइयां असर नही करती, ऐसे मरीजो के कफ की पूरी जाँच पड़ताल करके (कल्चर सेंसिविटी) सही उपचार शुरु किया जाता है। जिसका कोर्स लगभग 2 वर्ष तक चलता है I डॉ पाठक ने यह भी बताया कि - टीबी का इलाज छोड़ देने से मरीज को और खतरनाक परिणाम हो सकते है। 

इनको खतरा ज्यादा

अच्छा खान-पान न करने वालों को टीबी की ज्यादा संभावना रहती है। क्योंकि कमजोर इम्युनिटी से उनका शरीर बैक्टीरिया का वार नहीं झेल पाता। जब कम जगह में ज्यादा लोग रहते हैं तब इंफेक्शन तेजी से फैलता है। डायबिटीज के मरीजों, स्टेरॉयड लेने वालों और एचआईवी मरीजों को भी खतरा ज्यादा रहता है।

बचाव ऐसे करें : अपनी इम्युनिटी सिस्टम को दुरुस्त रखें। न्यूट्रिशन से भरपूर खासकर प्रोटीन डाइट (सोयाबीन, दालें, मछली, अंडा, पनीर ) लेनी चाहिए। कमजोर इम्युनिटी से टीबी के बैक्टीरिया के एक्टिव होने के चांस होते हैं।