जिंदगी से खिलवाड़: STF ने 25 लाख रूपये की नकली दवाओं के साथ पकड़े 5 आरोपी, बाजार में खपा चुके है करोड़ों की नकली दवाएं...
स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने 25 लाख रुपए की नकली दवाओं के साथ पांच आरोपियों को वाराणसी से पकड़ा है. इन आरोपियों के पास से करोड़ों रुपए की बिल बाउचर भी बरामद किया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बार फिर मानवीयता से खिलवाड़ कर जनता के साथ धोखाधड़ी करने वालों पर कार्रवाई की है. पेटेंट दवाओं के नाम पर अवैध दवाओं का न केवल भंडारण बल्कि उत्तर प्रदेश सहित उड़ीसा आदि राज्यों में नकली दवाओं के कारोबार का जाल फैलाने वाले पांच आरोपियों को STF ने दबोचा है. इन पांचों को एसटीएफ ने भेलूपुर के केदारघाट और सारनाथ के टडिया चकबीही से गिरफ्तार किया है.
आरोपियों के पास से दवाएं और बाउचर बरामद
STF टीम का दिमाग तब ठनका जब वह इसी वर्ष 2 मार्च को बुलंदशहर निवासी अशोक कुमार को सिगरा के चर्च कॉलोनी से गिरफ्तार कर 300 पेटी दवाएं बरामद की. विवेचना के दौरान STF को जानकारी मिली की निकली दवाओं के व्यापार में ओडिसा राज्य के जनपद बारगढ एवं जसूरगुडा में भी मुकदमा पंजीकृत है. एसटीएफ ने जांच शुरु की तो आरोपी वाराणसी के रहने वाले थे. सूचना संकलित की गई तो पता चला की नकली दवाओं का गोरख धंधा वाराणसी में भी फल-फूल रहा है.
STF ने मंगलवार को भेलूपुर के केदारघाट और टडिया चकबीही सारनाथ से गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर विभिन्न कम्पनियों के नाम की नकली 25 लाख रुपए के 35 पेटी दवाएं बरामद की है. गिरफ्तार होने वालों में चन्द्रशेखर सिंह निवासी दारानगर थाना जैतपुरा, रितेश जायसवाल निवासी गंगानगर कॉलोनी थाना आदमपुर, शुभम जायसवाल निवासी केदारघाट सोनारपुरा, अभिषेक कुमार सिंह निवासी बडी पियरी थाना चेतगंज और गौरव शर्मा निवासी पाटन दरवाजा थाना आदमपुर है.
STF इंस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव फील्ड इकाई वाराणसी के नेतृत्व में टीम गठित की गयी। STF फील्ड इकाई वाराणसी टीम अपने साथ ओडिसा पुलिस के विवेचक दरोगा देबानन्द मलिक व असिस्टेंट ड्रग्स कण्ट्रोलर ओडिसा डा. सुदर्शन विश्वाल तथा वाराणसी के ड्रग्स इन्सपेक्टर ए.के. बंसल की टीम को साथ लेकर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की. अभिसूचना संकलन के दौरान सूत्र के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि ओडिसा में नकली दवाओं से संबंधित मुकदमें में वांछित अभियुक्त थाना भेलूपुर क्षेत्रान्तर्गत केदारघाट सोनारपुरा में शुभम जायसवाल व अभिषेक कुमार सिंह मौजूद हैं, यदि शीघ्रता की जाये तो पकडा जा सकता है. सूचना पर तत्काल विश्वस्त सूत्र द्वारा बनाये गये स्थान पर पहुॅंच कर अभियुक्त शुभम जायसवाल व अभिषेक कुमार सिंह उपरोक्त को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में उक्त दोनों अभियुक्तगण ने अपने गैंग के अन्य सदस्यों के थाना सारनाथ क्षेत्रान्तर्गत टडिया चकबीही में रितेश जायसवाल के नकली/अवैध दवा के गोदाम पर मौजूद होने की बात बताया. इस पर तत्काल गिरफ्तार अभियुक्तगण को साथ लेकर उनके बताये गये स्थान पर पहुॅंच कर अभियुक्त चन्द्रशेखर सिंह, रितेश जायसवाल व गौरव शर्मा को 35 पेटी नकली दवाओं के साथ गिरफ्तार किया गया. एसटीएफ ने इनके पास से बाजार में बेचे गए करोड़ों रुपए के बिल-बाउचर भी बरामद किया है.
ऐसे करते थे सप्लाई
गिरफ्तार अभियुक्तों ने STF को बताया की अभिषेक कुमार सिंह व शुभम जायसवाल ने अपना-अपना दवा सप्लाई का लाइसेंस बना कर विभिन्न कम्पनियों की दवाओं की सप्लाई करने का काम करते थे. दवाओं के सप्लाई के काम के दौरान चन्द्रशेखर सिंह, रितेश जायसवाल व गौरव शर्मा से इनका सम्पर्क हो गया. चन्द्रशेखर सिंह, रितेश जायसवाल व गौरव शर्मा की जान-पहचान जनपद वाराणसी में नकली/अवैध दवाओं का व्यापार करने वालों से पूर्व से थी. जिनमें से एक गैंग सरगना अशोक कुमार को STF ने गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. वाराणसी में सक्रिय गैंग उक्त दवाओं को हिमाचल प्रदेश व उत्तराखण्ड से मंगाकर इन्हें उपलब्ध कराता था तथा अभिषेक सिंह व शुभम जायसवाल के लाइसेंसी फर्म के माध्यम उक्त नकली/अवैध दवाओं को विभिन्न स्थानों पर भेज देते थे. इन लोगों द्वारा नकली/अवैध दवा को ओडिसा में अशोक मेडिकल हॉल बरगढ तथा अमित मेडिकल एजेन्सी जरसूगुडा को सप्लाई किया था.
बरामदगी
- विभिन्न कम्पनियों की दवाएं लगभग 35 पेटी (अनुमानित मूल्य 25लाख रूपये लगभग) 1-MIFEGST KIT, 2-MIFTY KIT, 3-DECA DURABOLIN INJECTION,4-UNWANTED KIT, 5-ELTOCIN-DS, 6-MONTAIR LC,7-PARACETAMOL PAEDIATRIC ORL SUSPENSION
2. कूटरचित बिल एवं अन्य दस्तावेज।
3. 05 अदद मोबाइल फोन।
4. 01 अदद लैपटॉप