कड़ी सुरक्षा के बीच आरक्षी भर्ती परीक्षा पहले दिन संपन्न, अलग अलग केंद्रों से सॉल्वर गिरफ्तार...
उत्तर प्रदेश आरक्षी भर्ती परीक्षा के पहले दिन दोनों पालियों की परीक्षा सकुशल संपन्न हुई.
वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश आरक्षी भर्ती परीक्षा के पहले दिन दोनों पालियों की परीक्षा सकुशल संपन्न हुई. शनिवार सुबह से ही पुलिस के अधिकारी केंद्रों का दौरा करते रहे. कमिश्नरेट पुलिस ने इसके अलावा सॉल्वर गैंग के पांच सदस्यों को पकड़ा है, जिसमें तीन बिहार के है. पुलिस गैंग के सदस्यों से पूछताछ कर सरगना और अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटा रहे है. वहीं शाम में एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने मातहतों संग परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा और यातायात को लेकर पैदल गश्त किया और मातहतों को निर्देश दिए.
पुलिस के अफसरों ने दूसरे दिन रविवार को होने वाली दोनों पाली की परीक्षाओं के लिए और भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए है.
जानकारी के अनुसार सरदार पटेल इंटर कॉलेज बढ़नी (राजातालाब) में पहली पाली की परीक्षा में गणम्मलपुर (नगरा) निवासी विश्वा प्रताप की जगह नालंदा के मिल्कीपुर (रहुई) निवासी राजाराम परीक्षा देने पहुंचा था. बायोमेट्रिक जांच के दौरान पकड़े जाने पर केंद्र प्रभारी ने सॉल्वर और अभ्यर्थी को पुलिस के सौंपा है. वहीं, चितईपुर पुलिस ने दो साल्वरों को गिरफ्त में लिया है. करौंदी स्थित एसबीएस शिक्षा निकेतन से पटना निवासी चंदन यादव और चितईपुर स्थित जवाहर इंटर कॉलेज में देवरिया निवासी धीरेंद्र मौर्या पकड़े गए हैं.
इसके अलावा बड़ागांव पुलिस ने एक साल्वर और गिरोह के दो सहयोगियों को हिरासत में लिया है. कोइराजपुर स्थित संत अतुलानंद स्कूल में द्वितीय पाली में आजमगढ़ के गोविंदा नामक अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने पहुंचे अंबेडकर नगर के बहादुरपुर निवासी अरुण पांडेय को पकड़ा गया है. अरुण से पूछताछ के आधार पर केंद्र के बाहर मौजूद गिरोह के दो अन्य सदस्यों आजमगढ़ के कंधरपुर निवासी अशोक कुमार तथा बलिया के मोतिरा निवासी आनंद कुमार भारती को भी हिरासत में ले लिया गया. उधर, रोहनिया पुलिस ने भदवर स्थित समता इंटर कॉलेज से अभ्यर्थी बलिया के रजवाड़ा (सुखपुरा) निवासी नंदू कुमार यादव की जगह परीक्षा देने पहुंचे पटना के शेखपुरा गुवासा (पंडारा) निवासी साल्वर प्रह्लाद कुमार को पकड़ लिया.
पुलिस सभी सॉल्वरों से उनके सरगना और सदस्यों के बारे में जानकारी जुटा रही है. पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि आखिर यह कैसे अभ्यर्थियों से सेटिंग कर कितने में सौदा तय करते है, इसके आलावा इसके गिरोह कहां-कहां सक्रिय है.