एमपी के CM पर टिप्पणी से राष्ट्रीय यदुवंश परिषद अखिलेश से खफा, फूंका पुतला...

आशापुर चौराहे पर समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का राष्ट्रीय यदुवंश परिषद के लोगो ने पुतला दहन कर विरोध जताया.

एमपी के CM पर टिप्पणी से राष्ट्रीय यदुवंश परिषद अखिलेश से खफा, फूंका पुतला...

वाराणसी, भदैनी मिरर। आशापुर चौराहे पर समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का राष्ट्रीय यदुवंश परिषद के लोगो ने पुतला दहन कर विरोध जताया. 

भाजपा युवा मोर्चा, काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय कार्यालय प्रभारी प्रीतम सिंह एवं भाजपा नेता अंकित यादव ने कहा की सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के आजमगढ़ दौरे पर सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कठपुतली तो सुना था, बतपुतली पहली बार देख रहे हैं. जिनकी बात की डोरी भी किसी और के हाथ में है. आज़मगढ़ की जनता कह रही है जिनको ये न मालूम हो कहना क्या है, उनको सुनना क्या?

इसके जवाब में उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं विधान परिषद सदस्य सुभाष यदुवंश ने सोशल मीडिया पर जवाबी हमला करते हुए कहा की मोहन यादव पूरे देश में इकलौते यादव मुख्यमंत्री है. जिन्होंने भाजपा कार्यकर्ता के रूप कई दशकों तक कड़ी मेहनत कर अपना मुकाम बनाया है. आप गलती से एक बार मुख्यमंत्री बन गए. अखिलेश यादव पर पूरा प्रदेश इस बात पर सहमत होगा कि अगर आप मुलायम सिंह यादव के पुत्र नही होते तो लेखपाल नही बन पाते. देश के इकलौते यादव मुख्यमंत्री पर आपका यह अशोभनीय व्यंग इस बात का प्रमाण है की आप कितने स्तर विहीन राजनेता है. अपने परिवार और बच्चो के अलावा कोई यादव आगे बढ़ जाय तो कलेजे पर सांप लोटने लगता है.

पुतला दहन के बाद प्रीतम सिंह एवं अंकित यादव ने कहा अखिलेश यादव ने यादव समाज का अपनी राजनीति के लिए उपयोग किया है. कोई सामान्य यादव परिवार का इंसान राजनीति में आगे बढ़ता है तो अखिलेश यादव उनका विरोध करते है. अखिलेश यादव ने मुह में चांदी का चम्मच लेके पैदा हुए है, अखिलेश यादव जब तक पूरे यादव अखिलेश यादव माफी नहीं मांगते है तब तक राष्ट्रीय यदुवंश परिषद के नेतृत्व में व भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं एमएलसी सुभाष यदुवंश जी के मार्गदर्शन में यादव समाज उनका पुरजोर विरोध करेगे. पुतला दहन सिर्फ एक शुरुआत है बिना माफी मांगने तक जन आंदोलन के रूप में करेगे. आज की पीढ़ी लिखी-पीढ़ी पूरी तरह से अखिलेश यादव की विचारधारा का विरोध करती है.