मणिपुर में महिला हिंसा को लेकर निकाली प्रतिरोध मार्च, पूछा बरबाद जिंदगियों का जिम्मेदार कौन?
मणिपुर में हो रही हिंसा और महिलाओं के प्रति हिंसा के विरुद्ध दखल संगठन ने प्रतिरोध मार्च निकालकर अपना विरोध दर्ज करवाया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। मणिपुर में हिंसा और महिलाओं के साथ हुए अत्याचार के खिलाफ भारत माता मंदिर (वाराणसी) पर दखल संगठन द्वारा काला दिवस मनाया गया, तथा भारत माता मंदिर से सिगरा थाना, आईपी मॉल , साजन चौराहा होते हुए सिगरा परिक्षेत्र में प्रतिरोध मार्च निकाला गया. काली पट्टी बांधकर महिलाओं ने प्रतिरोध मार्च में हिस्सा लिया. इस दौरान महिलाओं ने हाथ में तख्ती लेकर कहा की केंद्र की मोदी सरकार के चुप्पी की वजह से महिलाओं को शर्मशार होना पड़ रहा है. आरोप लगाया की पीएम मोदी अपने भाषणों में हिंसाग्रस्त मणिपुर का जिक्र न करके दूसरे राज्यों का जिक्र कर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे है.
आरोप लगाया की राष्ट्रीय महिला आयोग को सूचना थी कि मणिपुर में महिलाओं का यौन उत्पीडन हो रहा है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. मोदी सरकार ने मणिपुर हिंसा रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जो भी कार्यवाही हुई वह खानापूर्ति साबित हुई. पिछले 80 दिनों से मणिपुर में हिंसा और आगजनी के बीच सैकड़ों महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं हुईं इसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री ने दी, इसके बावजूद मुख्य्मंत्री अपने पद पर बैठे हुए हैं. उनका इस्तीफ़ा प्रधानमंत्री ने नहीं मांगा? असंख्य लोगों के घर और गांव जला दिए गए और कोई इसकी जिम्मेदारी नहीं ले रहा है?
आरोप लगाया की भाजपा को लाखो लोगो के जीवन की बरबादी से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है, जिस घटाना के कारण पूरे देश के लोगों का सिर नीचा हो रहा है उस घटना पर भी कोई राजनीति कैसे कर सकता है? कुछ घटनाओं की प्रकृति भिन्न होती है. इस नृशंसता की तुलना किसी दूसरी घटना से नहीं की जा सकती. प्रधानमंत्री को संसद में इसका जवाब देना चाहिए.
सभा का संचालन मैत्री ने किया कार्यक्रम में मुख्य रूप से नीति, इंदु, शबनम, सना, रैनी, शिवांगी, मैत्री, अदिति, रंजू, सोना, माला, शर्मिला, कहकशा, रंजू, सिस्टर फ्रेंसिका , सिस्टर फ्लोरिन , महेंद्र, फादर आनंद, फादर मैजू, सहित आदि लोग शामिल थे.