कोर्ट में दिग्विजय सिंह के खिलाफ दाखिल परिवाद में गवाह का बयान हुआ दर्ज, अगली तारीख 31 जुलाई नियत...
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक माधव सदाशिव राव गोलवलकर को लेकर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह द्वारा किए गए ट्वीट को लेकर कोर्ट में दायर वाद में बुधवार को गवाहों का बयान दर्ज हुआ है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक माधव सदाशिव राव गोलवलकर को लेकर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह द्वारा किए गए ट्वीट को लेकर कोर्ट में दायर वाद में बुधवार को गवाहों का बयान दर्ज हुआ है. अब गवाही के लिए अगली तारीख 31 जुलाई नियत की गई है.
सिद्धगिरीबाग सिगरा निवासी गवाह सोनिया जैन ने विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमपी एमएलए कोर्ट वाराणसी उज्जवल उपाध्याय की अदालत को बताया की उन्होंने 9 जुलाई को ट्विटर पर देखा कि कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह द्वारा माधव सदाशिव राव गोलवलकर जी के बारे में कूट रचित तथ्यों के साथ एक पोस्ट शेयर की गई थी उस पोस्ट को देखने से मुझे यह लगा कि यह जानबूझकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व भाजपा की छवि खराब करने के लिए और समाज में अंतर धार्मिक और अंतरजातीय विवाद पैदा करने के उद्देश्य से जारी की गई है. सोनिया जैन का बयान वरिष्ठ अधिवक्ता राजकुमार तिवारी और शशांक शेखर त्रिपाठी एडवोकेट ने कराया.
दिग्विजय सिंह के विवादित ट्वीट को लेकर अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी ने परिवाद दायर किया है. अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया की दिग्विजय सिंह ने RSS के सरसंघचालक माधव सदाशिव राव गोलवलकर की फोटो लगाकर पिछड़े , दलितों और मुसलमानों को लेकर भेदभाव से जुड़े एक विवादित टिप्पणी पोस्ट की है. अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी ने कहा है की गोलवलकर जी का पूरा जीवन सामाजिक भेदभाव को समाप्त करने में लगा रहा.