डॉक्टर संपूर्णानंद स्पोर्ट स्टेडियम का नाम बदलने का आरोप लगाकर सपा नेताओं का विरोध प्रदर्शन, गेट पर लगे बोर्ड को की हटाने की मांग 

सिगरा स्टेडियम का नाम बदलने पर सपा कार्यकर्ताओं ने स्टेडियम के गेट पर धरना-प्रदर्शन किया.सपा नेताओं ने नारेबाजी करते हुए स्टेडियम के गेट पर लगे बोर्ड को हटाने की मांग की.

डॉक्टर संपूर्णानंद स्पोर्ट स्टेडियम का नाम बदलने का आरोप लगाकर सपा नेताओं का विरोध प्रदर्शन, गेट पर लगे बोर्ड को की हटाने की मांग 

वाराणसी, भदैनी मिरर। डॉक्टर संपूर्णानंद स्पोर्ट स्टेडियम सिगरा का नाम बदलने पर सपा कार्यकर्ताओं ने स्टेडियम के गेट पर धरना-प्रदर्शन किया. सपा नेताओं ने नारेबाजी करते हुए स्टेडियम के गेट पर लगे बोर्ड को हटाने की मांग की. सोमवार को सपा एमलसी आशुतोष सिन्हा के नेतृत्व में सैकड़ों सपा कार्यकर्ता स्टेडियम पहुंचे और नारेबाजी शुरू कर दी. सपा कार्यकर्ताओं ने पहले अंदर घुसने की कोशिश की, लेकिन तालाबंदी होने के कारण गेट नहीं खुला. 

इसके बाद सपा कार्यकर्ता गेट पर चढ़ गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया. नाम बदलने की मांग का पोस्टर स्टेडियम के बोर्ड पर चिपका दिया और बोर्ड हटाने की मांग करने लगे. जब गेट नहीं खुला तो सभी गेट के बाहर धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे.

सोमवार दोपहर सपा नेताओं के हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को शांत कराया. शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद सपा नेताओं ने सीएम योगी को ज्ञापन भेजकर बोर्ड हटाने और नाम बदलने की मांग की है.

वहीं नाम बदलने को लेकर सपा नेत्री रीबू श्रीवास्तव ने कहा कि यह एक नाम का विवाद नहीं है. डॉक्टर संपूर्णानंद देश के नेता थे भारत के बच्चे-बच्चे को इस बात का एहसास होना चाहिए कि भारत रत्न डॅा संपूर्णानन्द का नाम हटाया गया है. काशी उनकी कर्म भूमि रही है, वो आजमगढ़ में पैदा हुए और काशी में उन्होंने शिक्षा दीक्षा प्राप्त की. यही संपूर्णानंद विश्वविद्यालय की स्थापना की. देश की आजादी की लड़ाई में वह लड़े और भारत रत्न का पुरस्कार उनको मिला है. 

उन्होंने आगे कहा, स्पोर्ट्स स्टेडियम का नाम बदलने का क्या मतलब है. अगर काशी संपूर्णानंद जी का नाम रहता तो उनका क्या नुकसान हो जाता. हमारे तमाम कायस्थ बंधु जो भाजपा से जुड़े हुए हैं उनको लगातार उपेक्षित किया जा रहा हैं. रीबू श्रीवास्तव ने कहा, हम मांग करते है संपूर्णानंद जी का नाम फिर से वहां हो, उनके नाम का बोर्ड ससम्मान लगाया जाए. उन्होंने इस काशी के लिए बहुत कुछ किया है. उनका बहुत बड़े अध्यापक रहे हैं. क्रांतिकारी रहे हैं 

बता दें कि,पीएम मोदी ने रविवार को 216.29 करोड़ की लागत से वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स फेज-2 और फेज-3 का लोकार्पण किया. स्टेडियम में 20 से अधिक खेलों के खिलाड़ियों को इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा.